- जनता दर्शन दरबार में आयुष चपराना ने मेडा के उपाध्यक्ष से की थी शिकायत
- एवीडेंस के तौर पर वीसी को दिखाई थी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडा वीसी ने रिश्वत मांगने के आरोप में एक जेई व दो मेट को सस्पेंड कर दिया है। एक जेई व मेट के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दी। दोनों कर्मचारियों को पुलिस के हवाले कर दिया है। इसके साथ उनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं। मेडा की इस कार्रवाई से मेरठ विकास प्राधिकारण के अधिकारियों व कर्मचारियों में खलबली मच गई। मेडा उपाध्यक्ष का कहना है कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बक्शा नहीं जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद जेई व दोनों कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त किया जाएगा।
शनिवार को मेरठ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे ने जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए अपने मीटिंग हाल में ही जनता दर्शन दरबार लगाया। जनता दर्शन में आयुष चपराणा पहुंचे। उन्होंने वीसी अभिषेक पांडे को एक शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि बागपत रोड पांचली में 150 गज के मकान में निर्माण कार्य चल रहा है। आरोप है कि पिछले दिनों उनके पास जेई महादेव शरण और मेट यशवीर सिंह पहुंचे।
मकान पर अवैध निर्माण कार्य का आरोप लगाते हुए रिश्वत की मांग की। रिश्वत न देने पर काम रुकवाने की धमकी दी। आयुष चपराणा ने रिश्वत मांगने के दौरान कुछ वीडियो फुटेज भी दिखाए। मेडा वीसी ने भ्रष्टाचार की शिकायत मिलते ही जेई महादेव शरण और मेट यशवीर को तत्काल सस्पेंड कर दिया। मेडा की टीम दोनों को दोनों को हिरासत में लेकर सिविल लाइन थाने पहुंची। सिविल लाइन पुलिस के हवाले कर दिया।
कंकरखेड़ा थाने के प्रभारी निलंबित
मेरठ: कंकरखेड़ा थाना प्रभारी को एसएसपी ने लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। आरोप है कि थाना प्रभारी ने बिना पुलिस अधिकारियों की जानकारी के महिला के घर दबिश दी। सारा मामला सीसीटीवी फुटेज में आ गया। महिला ने सारे मामले की शिकायत एसएसपी से की। एसएसपी ने जांच के बाद थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया। बताया गया कि कंकरखेड़ा थाने पर कुछ दिन पूर्व एक महिला ने अपने कर्नल पति पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद दूसरे पुलिस दूसरे पक्ष ने थाना प्रभारी से सांठगांठ कर मुकदमा दर्ज कर लिया।
दूसरे पक्ष का मुकदमा दर्ज करने के बाद थाना प्रभारी ने पुलिस भेज कर महिला पक्ष के घर दबिश दी। जिसकी शिकायत महिला पक्ष ने भाजपा के पूर्व विधायक से की। भाजपा के पूर्व विधायक ने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। जिसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच शुरू कर दी। जिसमें थाना प्रभारी दोषी पाए गए। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने दोषी पाए जाने के बाद थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। एसएसपी का कहना है कि लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आज दोपहर तक किसी अन्य इंस्पेक्टर की थाने में तैनाती कर दी जाएगी।
थार मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज, गाड़ी सीज
मेरठ: थार गाड़ी पर मिट्टी डालकर रील बनाने वाले यूट्यूबर के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही गाड़ी को सीज कर दिया गया है। यूट्यूबर जीशान मुंडाली थाना क्षेत्र का रहने वाला है। इससे पहले भी वह थार पर गन्ना और अनाज की बोरियां लादकर रील बना चुका है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को एक वीडियो मिला जिसमें एक युवक काले रंग की थार के साथ दिखाई दे रहा है। उस पर ठाकुर लिखा है।
युवक थार की छत पर फावड़े से मिट्टी डाल रहा है, जिसके बाद थार को हाइवे पर तेजी से दौड़ाता है। जांच में पता चला कि गाड़ी जीशान नाम के युवक के नाम पर आरटीओ में दर्ज है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही गाड़ी को सीज भी किया गया है। जीशान यूट्यूब पर अपनी रील बनाकर डालता है और उसके 111 हजार फालोअर्स हैं। कई वीडियो पर मिलियन में व्यू हैं। उसके एकाउंट पर थार के और भी वीडियो हैं, जो काफी खतरनाक हैं।