- ऐतिहासिक चर्च में विशेष प्रार्थना का आयोजन
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: नगर के ऐतिहासिक चर्च में चल रहे कृपाओं की माता के महोत्सव में रविवार को विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। शाम चार बजे चर्च में माला वितनी हुई। उसके बाद नवीना और फिर मिस्सा बलिदान किया गया। धर्मगुरुओं ने श्रद्धालुओं को माता मरियम की सहनशीलता का संदेश दिया।
नौरोजी प्रार्थना में रविवार को फादर पाकियानाथन ने संदेश देते हुए ने माता मरियम को कृपाओं की माता बताया।
बोले कि पवित्र मन और हृदय से माता मरियम की मध्यस्थता में प्रार्थना करें। माता मरियम की भक्ति में ही आशीष है। उन्होंने श्रद्धालुओं को माता मरियम का संदेश सुनाते हुए कहा कि माता मरियम काफी दयालु व कृपालु थी। जो भी उनकी शरण में आया उसका कल्याण हुआ। कोई भी उनके दर से खाली हाथ नहीं गया। उन्होंने हमेशा शांति का संदेश दिया। श्रद्धालुओं ने भी अलग-अलग समय पर चर्च में प्रार्थना की।
फादर जॉन मिल्टन ने बताया कि जन्म देने वाली माता, जो हमें नौ माह गर्भ में रखकर जन्म देती है और हमारी देखभाल करती है। जो कुछ भी आज हम हैं अपनी मां के बदौलत हैं, इसलिए हमें अपनी मां का आदर सम्मान करना चाहिए। इसलिए हमें माता के प्रति हमारी जिम्मेदारी है और अपने-अपने तरीके से माता को प्यार दिखाएं। प्रभु यीशु जब क्रूस पर लटके हुए थे
तो उन्होंने अपने शिष्यों से कहा था कि देख यह तुम्हारी माता है और माता मरियम से कहा-देख यह तुम्हारा बेटा है। और उस समय से प्रभु यीशु की माता हम सब की मां बन गई। यीशु ने अपनी माता को हमारी माता बनाया। हमारा उसके साथ बहुत सुंदर रिश्ता है। इसलिए, हम अपनी मां को प्यार करते हैं। यह मां हमें भी प्यार करती है।