- सभी पात्रों को मिल रहा बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ
- कैबिनेट मंत्री ने फीता काट कर किया पेंशन कैंप का शुभारंभ
जनवाणी ब्यूरो |
थानाभवन: कैबिनेट मंत्री ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीबों और बेसहारा लोगों जीवन को सबल बनाने के लिए प्रयासरत है। योगी सरकार में सभी वर्गों के पात्रों को बिना भेदभाव सरकार की जनहित योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दो माह के अंतराल पर पेंशन कैंप लगाए जाएंगे।
गुरूवार को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने नगर पंचायत कार्यालय सभागार में पेंशन शिविर का शुभारम्भ किया। नगर पंचायत अध्यक्षा रफत परवीन व अधिशासी अधिकारी मेघा गुप्ता ने गुलदस्ता भेंट कर कैबिनेट मंत्री का स्वागत किया। शिविर में कैबिनेट मंत्री ने बताया की ऐसे दिव्यांग, वृद्धा, विधवा, पेंशन के लिए आवेदन करें जिन्होंने पहले आवेदन न किया हो।
राजस्व विभाग के कर्मचारी शिविर में उपस्थित रहकर आय, मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र तैयार करेंगे ताकि आवेदकों को प्रमाण पत्रों को पाने के लिए चक्कर न काटने पड़े। प्रत्येक ग्राम, न्याय व नगर पंचायत पर दो-दो माह के अंतराल में पेंशन शिविर आयोजित होंगे।
जिला समाज कल्याण अधिकारी रचना शर्मा ने बताया कि जनसेवा केंद्र पर पेंशन फार्म भरवाते समय सभी कागजों को स्कैन करा लें। फार्म भरते समय पात्र व्यक्ति अपना ही खाता नंबर दे जो की सुचारू रूप से चलता हो तथा विधवा पेंशन या अन्य पेंशन वाले व्यक्ति जब 60 साल के हो जाए, वृद्धा पेंशन का लाभ लेने के लिए अपनी दूसरी पेंशन कटवा दें ताकि आपकी पेंशन सुचारू रूप से चल सके।
इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अंशुल चौहान, एसडीएम सदर संदीप कुमार, ईओ मेघा गुप्ता, पूर्व चैयरमैन इंतजार अजीज, लिपिक संजय कुमार, वशीक अहमद, मनीष कुमार, विनीत शर्मा, सभासद विनोद सैनी, मोहम्मद अहमद, रविन्द्र शर्मा, बॉबी अरोरा, मोहम्मद इंतजार, देव पंडित, ऋषिपाल सैनी, नीरज गोयल, प्रेम कुमार, आदि लोग मौजूद रहे।
बूढ़ा बाबू तालाब का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने बूढ़ा बाबू ड्रीम प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री ने तालाब के चारों और घूम कर उन्होंने रैंप के चारों ओर चार से पांच वर्ष पुराने पेड़ लगाने के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने बूढ़ा बाबू की कैंटीन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बूढा बाबू तालाब का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।