- परिवार में मचा कोहराम, मां के साथ चारपाई पर सो रहा था चार वर्षीय बेटा
जनवाणी संवाददाता |
दौराला: पनवाड़ी गांव में मंगलवार की रात चारपाई पर सोए मां-बेटे को सांप ने डंस लिया। जानकारी मिलने पर परिजन दोनों को मोदीपुरम स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृतक घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन दोनों को गेसूपुर, नीमका और नंगली गांव में झड़वाने के लिए पहुंचे, लेकिन वहां भी मृतक घोषित करने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
थाना क्षेत्र के गांव पनवाड़ी निवासी मजदूर अरविंद मंगलवार रात घर पर सोया था। इस दौरान उसकी पत्नी किरण (35) और पुत्र गोविंदा (4) की चारपाई पर चढ़े सांप ने डंस लिया। महिला के शोर मचाने पर परिजन सर्पदंश से पीड़ित मां-बेटे को मोदीपुरम स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने मां-बेटे को मृतक घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन झाड़-फूंक कराने के लिए कई गांवों में ले गए,
लेकिन वहां भी परिजनों को निराशी ही हाथ लगी। मां-बेटे के मृतक घोषित करने पर परिजनों में कोहराम मच गय। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। किरण की चार बेटियों और एक बेटे को दादा रंजीत सिंह रोते हुए संभाल रहे थे। जिसको देखकर सभी की आंखें नम हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मां-बेटे के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
कोई मन्नत नहीं आई काम, दोनों की हो गई मौत
मजदूरी करने वाले अरविंद को यह नहीं पता था कि उसकी पत्नी और उसके चार साल के बेटे की मौत हो जाएगी। दोनों को सांप ने डंस लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। उन्हें बचाने के लिए वह डॉक्टर से लेकर झाड़ फूंकने वालों के पास तक गए और मिन्नते करते रहे, लेकिन दोनों की जान नहीं बच सकी। जिसके चलते गांव में कोहराम मच गया।
गोविंदा छह भाई-बहनों में सबसे छोटा था
पनवाड़ी गांव में रक्षाबंधन से पहले हुई मौत से हर कोई गमगीन है। अरविंद के छह बच्चे थे। सबसे बड़ी बेटी खुशी पलक, नैना, रितिका और बेटा रोहित और गोविंदा था। गोविंदा के मौत के बाद दिनभर किसी के आंसू नहीं सूखे और रक्षाबंधन का त्योहार पर गमों का पहाड़ परिवार पर टूट पड़ा।