- शामली में तालाब रोड स्थित महावीर जिनालय में पाठशाला शुरू
जनवाणी संवाददाता |
शामली: मुनि श्री प्रणम्य सागर महामुनिराज की पावन प्रेरणा से शहर में नगर प्राकृत जैन पाठशाला का शामली में शुभारंभ किया गया। मुनी श्री ने पाठशाला के उद्देश्य आदि के बारे में बताया। गुरुवार को शामली शहर में तालाब रोड स्थित महावीर जिनालय में प्राकृत मर्मज्ञ मुनि श्री प्रणम्य सागर महाराज द्वारा चलाये गए अभियान नगर-नगर प्राकृत के अंतर्गत शहर में भी प्राकृत जैन विद्या पाठशाला का शुभारंभ किया गया। मुनि श्री मंगलानंद महाराज, मुनि श्री मंगलसागर महाराज, रमेश कुमारी महाराज ससंघ के सानिध्य में पाठशाला का शुभारंभ चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन व प्राकृत में चौबीस तीर्थंकर स्तुति के साथ हुई।
मुनि श्री मंगलसागर महाराज ने बताया कि प्राकृत भाषा ही मूल भाषा है, सभी भाषाओं की जननी है। हमारे ज्यादातर जैन साहित्य प्राकृत में ही लिखे गए हैं। इसलिए सबको इस प्राचीन भाषा के अध्ययन, प्रचार, संरक्षण के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। पाठशाला का संचालन ममता जैन, सीमा जैन, जौली जैन, प्रीती जैन, अर्चा जैन ने किया।
इस मौके पर जैन समाज के अध्यक्ष आलोक जैन, प्रवीण जैन, सुदेश जैन, राजेश जैन, राजीव जैन, मोहित जैन, मनोज जैन, संजीव जैन, आशीष जैन उपस्थित रहे।