जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: खेल और खिलाड़ियों के सर्वागीण विकास में खेल मैदान की बड़ी भूमिका किसी से भी छुपी नहीं है। शहर के अलग-अलग खेल मैदानों में विभिन्न खेलों में महारत हासिल करने के लिए दिन रात पसीना बहाने वाले खिलाड़ियों की सफलता में कोच और सहायक स्टाफ के साथ ही ग्राउंड्स भी मुख्य घटकों में शामिल है। बीते कुछ वर्षांे में खेल मैदानों की सूरत बदलने के साथ ही खिलाड़ियों ने भी सफलता झंडे गाड़े हैं।
अगर बात फील्ड हॉकी में महिला खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्र्शन की करें तो, इसमें एनएएस कॉलेज का मैदान की भूमिका बेहद खास रही है। इस मैदान से राष्टÑीय और अंतर्राष्टÑीय स्तर पर महिला हॉकी खिलाड़ियों की फेहरिस्त सामने आई है। इनमें ममता यादव, शिखा शर्मा, शिवानी शर्मा (खिलाड़ी और अंपायर), अन्नू मीना और वंदना कटारिया सरीखी खिलाड़ियों का वर्ष 2008 से लेकर किये गए बेहतरीन प्रदर्शन शामिल हैं। सन् 1905 में कॉलेज की स्थापना के बाद से यहां हॉकी के नामचीन खिलाड़ी हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का (1922) में बतौर खिलाड़ी और 1975-76 में बतौर एनएएस के मैदान पर आना कॉलेज और हॉकी फील्ड के लिये बड़ी उपलब्धि खेल के विशेषज्ञों द्वारा माना गया है। मौजूदा समय में करीब 50 से अधिक महिला खिलाड़ी यहां प्रशिक्षण प्राप्त करके खुद की प्रतिभा को तराश रही है।
बड़े सितारों ने बिखेरी चमक
वरिष्ठ हॉकी कोच प्रदीप चिन्योटी की माने तो मेजर ध्यान चंद की उस समय मैदान मौजूदगी अपने आप में बेहद खास रही है। बताया कि मेजर ध्यानचंद के साथ ही यहां समय-समय पर वरिष्ठ खिलाड़ी जिनमें हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप की भी यहां कई वर्षों तक आमद होती रही है।
बीते पांच साल बेमिसाल
वर्तमान में एनएएस डिग्री कॉलेज के फिजिकल डिपार्टमेंट हेड डॉ. शिवा के अनुसार हॉकी के अलावा एथलेटिक्स, कबड्डी और बॉक्सिंग खिलाड़ियों के लिये भी यहां बेहतर प्रशिक्षण की सुविधाएं तैयार की गई है। पिछले तीन साल में यहां से बेहतर खिलाड़ियों ने विभिन्न खेल मंचों पर अपनी प्रतिभा साबित की है। बताया कि वर्तमान में बॉक्सिंग के करीब 30, एथलेटिक्स के 60 से 70 और कबड्डी के करीब 30 से अधिक खिलाड़ी अभ्यासरत हैं।
ये है भविष्य की तैयारी
जानकारी के अनुसार हॉल ही में एनएएस के मैदान में वर्ल्ड क्लास स्तर की क्रिकेट पिच तैयाार की गई है, इसमें राजस्थान के अलवर से मंगाई गई काली मिट्टी का प्रयोग किया गया है। इसके साथ ही शूटिंग और इंडोर बैडमिंटन कोेर्ट भी तैयार किया जाना है। कॉलेज प्रिंसिपल मनोज अग्रवाल ने जहां एक ओर इसे खेल की सेहत के लिये बेहद सुखद बताया है, तो वहीं कालेज प्रबंधन के सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा एनएएस में खेलों के सवार्गीण विकास को लेकर आश्वस्त हैं।