- मेडिकल के न्यू ईयर जश्न पर कोरोना से मायूसी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल में न्यू ईयर के मौके पर इस बार न तो जाम छलका सकेंगे न ही रशियन डांसरों के साथ थिरकने का मौका उन्हें मिलेगा। हर साल 25 दिसंबर को होने वाली पार्टी पर इस साल कोरोना संक्रमण की काली छाया का ग्रहण लग गया है।
मेडिकल प्राचार्य डा. ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते पूरी दुनिया के साथ ताल से ताल मिलाते हुए मेडिकल प्रशासन ने भी इस साल न्यू ईयर पर किसी प्रकार के जश्न न मनाने का फैसला लिया है। इससे सभी जेआर व एसआर तथा अन्य सीनियर व एचओडी को अवगत करा दिया गया है।
दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय व आईसीएमआर के निर्देशों के बाद इस आश्य का निर्णय मेडिकल प्रशासन ने लिया है। वैसे यदि न्यू ईयर के मौके पर हर साल 25 दिसंबर को मनाए जाने वाले जश्न की यदि बात की जाए तो मेडिकल के इस कार्यक्रम की धूम केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होती है।
मेडिकल से पास आउट होकर जो भी डाक्टर बनने के बाद देश भर में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कहीं भी होते हैं सभी को इसका न्यौता भेजा जाता है। तमाम देशों से मेडिकल के न्यू ईयर ईव में शामिल होने के लिए डाक्टर आते हैं। मेडिकल से पढ़ाई करने के बाद बड़ी संख्या मे विदेशों में भी डाक्टर गए हैं। वो सभी इस जश्न का हिस्सा बनते हैं। देश के तमाम हिस्सों से इस जश्न में शामिल होने के लिए डाक्टर करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना की काली छाया ने न्यू ईयर के जश्न को ग्रहण लगा दिया है।