जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पंजाब में जहां-जहां नाइट कर्फ्यू लगा है, कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने वहां कर्फ्यू का समय बढ़ा दिया है। अब रात 11 बजे के बजाय रात को नौ बजे से ही बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी। सुबह पांच बजे तक पाबंदी जारी रहेगी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को चंडीगढ़ में यह जानकारी दी।
लुधियाना, पटियाला, मोहाली, जालंधर, कपूरथला, रोपड़ और फतेहगढ़ साहिब में कर्फ्यू का समय बढ़ाया गया है। सीएम ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना के 100 से ज्यादा मामले हैं, वहां नाइट कर्फ्यू लगेगा।
पंजाब में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इस महामारी की वजह से 35 और लोगों की मौत हो गई, जबकि 2039 नए केस सामने आए हैं। बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा 277 नए केस जालंधर जिले में दर्ज किए गए हैं।
राज्य में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की कुल संख्या 6172 हो गई है। इस समय कुल 13320 मरीजों को अस्पतालों में दाखिल किया गया है। इनमें 283 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 27 वेंटिलेटर पर हैं।
Night curfew will now be in place from 9pm-5am, instead of 11pm-5am, in the districts of Ludhiana, Jalandhar, Patiala, Mohali, Amritsar, Gurdaspur, Hoshiarpur, Kapurthala & Ropar. All these districts are reporting more than 100 cases daily: Punjab CM Captain Amarinder Singh
— ANI (@ANI) March 18, 2021
केंद्र ने कहा- यह चिंताजनक
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पंजाब में संक्रमण की दर अब 6.8 फीसदी है। यह चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इससे यह पता चलता है कि कोरोना गाइडलाइंस का उचित पालन नहीं किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सख्त कदमों की हिमायत करते हुए कहा था कि हम नई नीति बना रहे हैं। कोरोना के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मार्च में प्रतिदिन बढ़ रहे पॉजिटिव केसों की दर 5 फीसदी तक पहुंच गई है जो जनवरी में 1 फीसदी ही थी।
उन्होंने पीएम को सुझाव दिया था कि जिन इलाकों में साप्ताहिक टेस्टिंग के नतीजे दोगुने पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उन इलाकों में सभी उम्र वर्ग के लिए टीकाकरण अनिवार्य किया जाए। कैप्टन ने कहा कि प्रत्येक पखवाड़े के दौरान आबादी के एक छोटे से हिस्से को लक्षित करने वाले टीकाकरण के बजाय यह तरीका कोविड रोकने में ज्यादा कारगर होगा।