नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक अभिनंदन और स्वागत है। मेरठ जिले चल रहे सभी अल्ट्रासाउंड और रेडियो डायग्नोस्टिक केंद्रों की जांच की जाएगी। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी से जांच कराने का निर्देश जारी किया। साथ ही डीएम ने सीएमओ से जल्द जांच रिपोर्ट भी मांगी है ताकि पता लगाया जा सके कि जिले में कहीं परदे के पीछे भ्रूण लिंग परीक्षण का अवैध धंधा तो नहीं चल रहा है। जिलाधिकारी के आदेश के बाद स्वास्थ्य महकमें में खलबली मच गई है।
आपको बता दें कि मेरठ में कुछ दिन पहले हरियाणा के रोहतक जिले से PCPNDT की टीम ने आकर छापेमारी की थी। टीम को यहां मेडिकल अस्पताल के सामने संचालित ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर पर भ्रूण लिंग जांच की शिकायत लगातार मिल रही थी। इसके बाद टीम ने यहां आकर रेड डाली। इसके बाद सेंटर की संचालिका डॉ. छवि बंसल और तीन एजेंट पवन, हेमेंदर व अनिल को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल में रखा गया है। आरोपियों के खिलाफ हरियाणा की टीम ने मेडिकल थाने में मुकदमा भी दर्ज
कराया है।
जिला स्वास्थ्य विभाग पर लग रहे हैं कई गंभीर आरोप
हरियाणा से रोहतक जिले की टीम द्वारा मेरठ में आकर छापा मारने और अल्ट्रासाउंड केंद्र पर चल रहे अवैध धंधे को पकड़ने से मेरठ स्वास्थ्य विभाग की छवि काफी खराब हो रही है। चर्चा आम है कि दूसरे राज्य की टीम ने आकर यहां अवैध जांचों का पर्दाफाश किया है जबकि जिले का स्वाथ्य महकमा कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है। जिले के स्वास्थ्य विभाग और अफसरों पर कई अन्य आरोप भी लगाए जा रहे हैं।
मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया कि हरियाणा की टीम ने यहां मेरठ में अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापेमारी की और एक मुकदमा भी मेडिकल थाने में दर्ज कराया है। इसके बाद आईएमए के तमाम डॉक्टर्स ने आकर इसका विरोध किया था। फिलहाल मामले की जांच हो रही है। डीएम ने आगे कहा कि भ्रूण लिंग की जांच एक अपराध है। इसलिए आईएमए के सदस्यों से कहा गया है कि वो अपने रजिस्टर्ड सदस्यों को निर्देश दें कि ऐसा कृत्य किसी डॉक्टर द्वारा न किया जाए। साथ ही जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिया है कि इसको लेकर गंभीरता से एक अभियान चलाया जाए साथ ही जिले में जो भी अल्ट्रासाउंड केंद्र चल रहे हैं उनकी जांच कर देखें कि कहीं भ्रूण लिंग परीक्षण तो नहीं चल रहा।