जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: प्रदेश के आयुक्त गन्ना एवं चीनी संजय आर भूसरेड्डी ने बुधवार को बताया कि चीनी मिल गेट एवं वाह्य गन्ना क्रय-केन्द्रों परसुचारू रूप से गन्ना आपूर्ति सुनिश्चित कराने तथा घटतौली पर प्रभावी अंकुश लगायेजाने के दृष्टिगत मिल तौल लिपिकों का पाक्षिक स्थानान्तरण पेराई सत्र 2022-23 के लिए निर्गत सट्टे एवं आपूर्तिनीति में उल्लिखित व्यवस्था के अनुरूप एसजीके के माध्यम से इस तरह कराया जाएगाकि किसी भी तौल लिपिक की तैनाती गन्ना क्रय-केन्द्र पर दोबारा न हो सके।
उन्होंने बताया कि फील्ड स्तर से तौललिपिकों द्वारा स्थानान्तरण के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन न करनेकी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए तौल लिपिकों की तैनाती की भौतिक जांच करने हेतुनिर्देश दिये गये हैं। जिसके अन्तर्गत केन इंप्लीमेंटेशन कमेटी की दिनांक 2 एवं 17 कोप्रत्येक माह आयोजित होने वाली बैठकों के बाद क्रमशः दिनांक 4, 5, 6 एवं 19, 20, 21 को विभागीय अधिकारियों द्वारास्थलीय जांच कराते हुए तौल लिपिकों की तैनाती का भौतिक सत्यापन भी कराया जायेगा।
तौल लिपिकों के पाक्षिक स्थानान्तरण को पारदर्शी बनाये जाने के लिए गन्ना एवं चीनीशाखा के जांचकर्ता अधिकारियों द्वारा क्रय-केन्द्र से वीडियो कॉल कर क्षेत्रीय उपगन्ना आयुक्त एवं उप चीनी आयुक्त को तौल लिपिकों की तैनाती की पुष्टि करायीजायेगी। भूसरेड्डी ने यह भी बताया किएसजीके द्वारा किये गये पाक्षिक स्थानान्तरण का अनुपालन न करने पर तौल लिपिक कालाइसेंस निलंबित कर, निरस्तीकरणकी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।