- कुन्दकुन्द जैन कालेज में मिशन शक्ति फेज-3 के तहत आयोजित हुआ कार्यक्रम
जनवाणी संवाददाता |
खतौली: कुन्द कुन्द जैन महाविद्यालय में विश्वविद्यालय के निदेर्शानुसार मिशन शक्ति फेज-3 अभियान को जारी रखते हुए गुरुवार को महाविद्यालय में विचार-विमर्श का आयोजन किया गया, जिसका विषय एसिड अटैक है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्या, डा. नीतू वशिष्ठ ने बताया कि एसिड अटैक से जुडा एक नया मामला लगभग हर दिन सामने आता रहता है। कभी किसी के ऊपर शादी का प्रस्ताव न मानने पर एसिड अटैक फेंक दिया जाता है। तो कभी किसी को रंजिश के चलते शिकार बनाया जाता है। एसिड हमले के बाद पीडित चाहे वह महिला हो या पुरूष का जीवन बुरी तरह प्रभावित होता है।
पीडित के निजी, सामाजिक और आर्थिक जीवन पर इसका बेहद बुरा प्रभाव पडता है। कार्यक्रम संयोजिका डा. नीरजा गुप्ता ने कहां कि देश में एसिड की बिक्री को लेकर कानून आने के बावजूद जमीनी स्तर पर हालातों में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला हैं। देश में एसिड बिक्री को लेकर जो कानून हैं, उन्हें सख्ती के साथ जमीन पर उतारा जाना बेहद जरूरी है। डा. कमल किशोर ने बताया कि एसिड अटैक केस में आरोपियों को मौत की सजा भी सुनाई जा चुकी है।
मुंबई के प्रीति राही अटैक केस में आरोपी ने पीडिता पर तब एसिड फेंकनें के बाद 30 दिनों तक भीषण दर्द के बाद प्रीति ने अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी। हाईकोर्ट ने इस घिनौने और भयानक कृत्य के लिए आरोपी को मौत की सजा सुनायी थी। कार्यक्रम में डा. मनीष कुमार जैन, राजीव कौशिक, डा. विपिन कुमार बंसल, डा. अर्चना, आशीष जैन, राहुल माहेश्वरी, डा. शिवानी चैधरी, पारूल शर्मा, रजत गुप्ता, राहुल जैन, मनोज कुमार मलिक, विनय कुमार आदि प्राध्यापक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।