जनवाणी ब्यूरो |
देहरादून: दोपहर में एनएच व ऑलवेदर रोड परियोजना की कार्यदायी संस्था ने मलबा साफ कर यातायात बहाल किया। वहीं, पीपलकोटी के पास कौड़िया में बुधवार शाम चट्टान का एक हिस्सा टूटने से बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। उधर, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी अवरुद्ध हो गया था, जो दोपहर में बहाल हो गया है। उधर, उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सटे बड़ेथी में ऑल वेदर रोड का करीब 20 मीटर हिस्सा ढह गया है, जिससे एक मकान मलबे में दब गया।
श्रीनगर से करीब सात किमी दूर रुद्रप्रयाग की ओर चमधार में बदरीनाथ हाईवे मंगलवार देर शाम मलबा आने से अवरुद्ध हो गया था। बुधवार सुबह मलबा हटाने का काम शुरू हुआ, लेकिन तेज बारिश की वजह से काम नहीं हो पाया।
लोनिवि एनएच खंड के अधिशासी अभियंता बीआर मिश्र ने बताया कि चमधार में मशीनें मलबा हटा रही हैं। वहीं, चौकी इंचार्ज कलियासौड़ एसआई अजय कुमार ने बताया कि हाईवे अवरुद्ध होने की वजह से श्रीनगर- खिर्सू-खेड़ाखाल-खांकरा, डुंगरीपंथ-खेड़ाखाल और चमधार-बुघाणी-श्रीनगर मोटर मार्ग पर यातायात डायवर्ट किया है।
वहीं, पीपलकोटी के पास कौड़िया में ऑलवेदर रोड परियोजना का कार्य चल रहा है। बुधवार को अचानक चट्टान का एक हिस्सा टूटने से हाईवे बंद हो गया। हाईवे बंद होने से पीपलकोटी से कर्णप्रयाग की ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। एनएचआईडीसीएल के सहायक अभियंता शशिकांत ने बताया कि देर रात तक हाईवे को सुचारु कर लिया जाएगा।
उधर, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भटवाड़ीसैंण, सिल्ली, बांसवाड़ा, नारायणकोटी में अवरुद्ध हुआ, जिसे एनएच ने दोपहर में बहाल कर दिया। हाईवे के बंद होने के कारण जिले में अखबार, दूध, सब्जी और अन्य वस्तुओं की सप्लाई समय पर नहीं हो पाई। इधर, डीएम मनुज गोयल ने बताया कि बरसात से बंद मोटर मार्गों को समयबद्ध खोलने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, बारिश से पीएमजीएसवाई की पांच सड़कें बंद हो गई। पीएमजीएसवाई लोनिवि कीर्तिनगर के सहायक अभियंता हेमंत नौटियाल ने बताया कि बारिश से डागर-कोठार, सिल्काखाल गोनी खाल, झिनझिनीसैण जखेड़ व देवप्रयाग ब्लाक के ललथ सिवालीधारी तथा पौड़ी खाल भांसौ मोटर मार्गों पर मलबा आने और दीवारें क्षतिग्रस्त होने से यातायात बाधित हो गया है।
वहीं, बड़ेथी में ऑलवेदर रोड का 20 मीटर हिस्सा ढहने से मकान में फंसे दो लोगों को बमुश्किल खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया। वहीं, गंगोत्री धाम में बड़ा पत्थर के समीप भूस्खलन सक्रिय होने से गंगा निकेतन सहित कई भवन खतरे की जद में आ गए हैं।
इधर, बंदरकोट में भूस्खलन से दोपहर दो बजे गंगोत्री हाईवे बंद हो गया। जिला मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे का लगभग 20 मीटर हिस्सा ढह गया। यहां बीते मई में सड़क पर दरारें पड़ गई थी, जिसके बाद से सड़क के नीचे स्थित भवनों में रह रहे लोग सुरक्षा उपाय की मांग कर रहे थे। लेकिन कार्यदायी संस्था बीआरओ ने ध्यान नहीं दिया और दरारों को रेत से ढककर इतिश्री कर ली।
परिणाम स्वरूप बुधवार सुबह करीब छह बजे पुश्ता धंसने से सड़क ढह गई। इससे मलबे में एक मकान दब गया। इधर, चिन्यालीसौंड़ में सहकारी बैंक के समीप गंगोत्री हाईवे की सुरक्षा दीवार ध्वस्त हो गई है। जिसके चलते ट्रैफिक को शक्तिपुरम कॉलोनी से डायवर्ट कराया गया है।
एसडीएम डुंडा आकाश जोशी ने नुकसान का जायजा लेते हुए शीघ्र सुरक्षा दीवार निर्माण और राजस्व विभाग से क्षति का आकलन कराने की बात कही है।
इधर, बंदरकोट में भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे बंद हो गया, जिससे यातायात ठप हो गया। सड़क अवरुद्ध होने से इस दौरान एक मरीज को जिला अस्पताल ले जा रही एक एंबुलेंस भी फंस गई। हालांकि बाद में मरीज को सीएचसी डुंडा में भर्ती कराया गया है।