जनवाणी संवादाता |
चांदपुर: दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को समाजवादी पार्टी द्वारा समर्थन दिए जाने के बाद साथियों के को साथ लेकर दिल्ली जा रहे नूरपुर विधायक नईमुल हसन को पुलिस ने साथियों के साथ हिरासत में लेकर लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह परिसर में नजरबंद कर दिया।
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि बिलों के विरोध में किसान संगठन कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने दिल्ली को चारों ओर से घेर रखा है। रविवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन को पार्टी के समर्थन का ऐलान करते हुए पार्टी के विधायकों व पदाधिकारियों को किसान आंदोलन में पहुंचने के निर्देश दिए थे।
पार्टी हाईकमान के निर्देश पर सोमवार की सुबह नूरपुर के सपा विधायक अपने साथियों को साथ लेकर किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए निकले थे। विधायक के वाहनों का काफिला जब धनोरा मार्ग स्थित अंबेडकर चौक से आगे निकला तो हरकत में आए पुलिसकर्मियों ने शासन के निर्देश पर पीछा करते हुए कस्बे से कुछ दूर चलकर उनके वाहनों के काफिले को रोक लिया।
एसडीएम व पुलिस क्षेत्राधिकारी दोनों के निर्देश पर विधायक के वाहनों के काफिले को लाकर नगर स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह परिसर में खड़ा करा दिया और विधायक व उनके साथियों को नजरबंद कर दिया। दिनभर पुलिसकर्मी डाकबंगले को घेरे रहे।
पुलिस द्वारा विधायक को नजरबंद किये जाने का पता लगता ही वह पर सपा नेताओं की भीड़ लग गई। विधायक के साथ नजरबंद किये गए पार्टी नेताओं में पंकज चौधरी, नफीस पहलवान, मोहसिन अंसारी, सपा नगर अध्यक्ष नाजिम खान, आलम कुरैशी, सुल्तान अहमद, शमीम अहमद, छोटे अहमद आदि शामिल रहे।