- अभी तक पुलिस ने युवक के बारे में कोई अधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लोहिया नगर एम पॉकेट स्थित एक बिल्डिंग के गोदाम में बनाये जा रहे बम पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की घटना के मुख्य चश्मदीद को पुलिस हिरासत में दो दिन से ज्यादा बीत गए, लेकिन अभी तक पुलिस ने युवक के बारे में कोई अधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं कि या है। पुलिस युवक को बुधवार शाम जीप में डालकर थाने ले गई थी, लेकिन उसके बाद से उस शख्स का पता नहीं चल पाया। वह अकेला एक ऐसा युवक था जो विस्फोट होने से चंद मिनट पहले ही दूध लेने के लिए फैक्ट्री से बाहर निकला था। अगर वह अंदर होता तो जिंदा नहीं बच पाता।
लोहिया नगर क्षेत्र एम पॉकेट 307-308 बिल्डिंग के मालिक संजय गुप्ता ने जागृति विहार निवासी गौरव गुप्ता और अशोक रस्तोगी व एक अन्य को किराये पर दी थी। जिसमें बड़े पैमाने पर बम और पटाखे बनाये जा रहे थे। जिसमें बिहार के जिला भोजपुर गांव कोइल निवासी पांच लोग कई माह से गोपनीय तरीके से बम पटाखे बना रहे थे, लेकिन इनके साथ लखनऊ निवासी रिंकू नाम का युवक भी इस अवैध काम मे शामिल था। रिंकू को गोदाम में बम पटाखा फै क्ट्री की हर गोपनीय जानकारी थी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जब गोदाम फैक्ट्री में धमाका हुआ और पांच लोग धमाके में झुलसने के बाद बाहर सड़क पर मृत अवस्था में पड़े थे। तभी रिंकू वहां आया और मृत अपने साथियों को देखकर कहने लगा कि इसमें तो हमार भाई भी था। इतना कहते ही वह चुपचाप बेसुध हालत में वहां से निकल गया था। बुधवार की शाम करीब पांच बजे के आसपास रिंकू के विस्फोटक स्थल के आसपास होने की सूचना पुलिस को मिली।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रिंकू को हिरासत में लिया और जीप में डालकर थाने ले गई। बताया जाता है कि रिंकू ही एक अकेला ऐसा शख्स है जिसे फैक्ट्री में चल रहे अवैध कारोबार की पूरी जानकारी थी। कितना पटाखा और कौनसा बम तैयार किया जा रहा था। विस्फोटक सामग्री कहां से आई थी। उसे कौन लेकर आया था। यह सभी जानकारी रिंकू के जहन में है, लेकिन लोहिया नगर पुलिस ने उसी चश्मदीद रिंकू को गायब कर दिया। थाना लोहिया नगर प्रभारी से जब रिंकू के बारे में जानकारी की गई तो
उन्होंने जवाब दिया कि वह बहराइच का रहने वाला था। वह विक्षिप्त है। उसने कुछ नहीं बताया। आखिर पुलिस उस चश्मदीद को क्यों मीडिया के सामने लाने से परहेज बरत रही है। आखिर क्या वजह है कि पुलिस प्रशासन गोदाम के अंदर क्या चल रहा था। इसकी जानकारी छिपाने में जुटा है। सूत्रों की मानें तो गोदाम मालिक से लेकर गौरव गुप्ता और अशोक रस्तौगी व एक अन्य सभी सत्ता से जुड़े लोग हैं। वहीं भारी मात्रा में विस्फोटक कहां से आया। पुलिस जानबूझकर विस्फोट की कहानी को झुठलाने में लगी है।