- आक्रोशित पीड़ित परिजनों ने पुलिस चौकी पर लगाया जाम, डा. फराइम की गिरफ्तारी के बाद खुला जाम
जनवाणी संवाददाता |
मवाना: नगर स्थित किला बस स्टैंड पर रविवार को रोहित हत्याकांड मामले को राज्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। जिस पर थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। सोमवार सुबह परिजनों के साथ सैकड़ों लोगों ने मेरठ रोड स्थित पुलिस चौकी पर घंटों जाम लगाया। इस दौरान मौके पर पहुंचे राज्यमंत्री ने थाना पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने और आरोपी डा. फराइम की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाया। राज्यमंत्री ने कहा कि जब तक फरार आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी,
तब तक वह भी धरने के साथ रहेंगे। पुलिस-प्रशासनिक अफसर के नामजदों में पुलिस ने एक को मुठभेड़ के बाद व दो अन्य को गिरफ्तार कर के साथ अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के जल्द आश्वासन और डा. फराइम की गिरफ्तारी के बाद जाम खोल दिया गया। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता सौंपी और एक व्यक्ति को संविदा पर नौकरी दिए जाने का आश्वासन दिया।
बता दें कि रविवार दोपहर किला बस स्टैंड पर चाय की दुकान चलाने वाले रोहित की युवकों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। रोहित के पिता विनोद ने फारुक, गुलाब पुत्रगण हमीद निवासी बहोड़पुर, समीर पुत्र इमरान, फैजान उर्फ दुबाज पुत्र डा नजर, डा. फराइम निवासीगण मवाना, तरुण पुत्र नरेंद्र निवासी ग्राम अटौरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
फारुख व गुलाब को पुलिस ने सोमवार अल सुबह गिरफ्तार कर लिया। मध्य गंगनहर के पास गुलाब ने दारोगा की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस मुठभेड़ में उसके पैर में पुलिस की गोली लग गई। पुलिस ने आरोपी का प्राथमिक उपचार कराकर उसके साथ अन्य आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सुबह 11 बजे लगा दिया जाम
पोस्टमार्टम के बाद रोहित का शव आने से पहले करीब 11 बजे पीड़ित परिजनों के साथ महिलाओं सहित सैकड़ों लोग मेरठ रोड स्थित पुलिस चौकी पर पहुंच गए और जाम लगा दिया। शव पहुंचने के बाद स्थिति और विस्फोटक हो गई और शव सड़क पर रखकर लोग नारेबाजी करने लगे। एसपी देहात कमलेश बहादुर, सीओ सौरभ सिंह, इंस्पेक्टर सुभाष सिंह के साथ आसपास के थानों की पुलिस व क्यूआरटी पुलिस चौकी पर पहुंच गई। परिजन पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा, एक सरकारी नौकरी व सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
फराइम अस्पताल के गेटों पर लगी सील
शव पहुंचने के बाद राज्यमंत्री दिनेश खटीक जाम स्थल पर पहुंचे। पीड़ित परिवार की महिलाओं ने रोते बिलखते न्याय की गुहार लगाई तो राज्यमंत्री आक्रोशित हो गए और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से तीखे तेवर के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी तत्काल करने को कहा। लोगों ने डा. फराइम की गिरफ्तारी की बात की तो राज्यमंत्री ने कहा कि जब तक डा. फराइम की गिरफ्तारी नहीं होगी, वह भी धरने पर बैठेंगे। नहीं तो आज ही आरोपियों के घर पर बुल्डोजर की कार्रवाई होगी। अधिकारी कुछ नहीं करते हैं तो वह स्वयं लोगों के साथ डा. फराइम के घर की ओर कूच कर देंगे।
यह सुनते ही पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के होश उड़ गए। अधिकारियों ने किसी तरह राज्यमंत्री को किसी तरह रोका तो वह सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। आधे घंटे बाद एसपी देहात ने राज्यमंत्री को जानकारी दी कि डा. फराइम को गिरफ्तार कर लिया गया है। बवाल के डर से डा. फराइम को किसी दूसरे थाने में ले जाया जा रहा है। वहीं, राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने डा. फराइम के अस्पताल पर सील लगाने को कहा। एसडीएम के निर्देश पर सीएचसी के चिकित्सक डा. विशाल के नेतृत्व में कर्मचारियों ने फराइम अस्पताल के सभी गेटों पर सील लगा दी।