- लिलौन में पंचायत के बाद किसानों ने किया था कूच
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: देश में केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तथा हरियाणा-पंजाब में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में किसान यूनियन के नेतृत्व में दिल्ली के लिए चले किसानों को पुलिस-प्रशासन ने गांव लिलौन में रोक लिया। उसके बाद किसानों ने आगामी तीन दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान किया है।
गांव लिलौन स्थित शिव मंदिर प्रांगण में शनिवार को किसान यूनियन की पंचायत जयपाल सिंह की अध्यक्षता में हुई। पंचायत को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने देश में तीन कृषि कानूनों को लागू कर किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है।
इससे किसान जिसने लोकसभा में भाजपा का साथ दिया था, वह अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है। किसान दिल्ली कूच कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसानों पर हरियाणा में पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किए जाने की कड़ी निंदा की। किसान नेताओं ने चेताया कि अगर सरकार बल प्रयोग करेगी तो किसान उसका जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा। पुलिस-प्रशासन किसान के धैर्य की परीक्षा न ले। पंचायत का संचालन संजीव लिलौन ने किया।
दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक चली पंचायत के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक के नेतृत्व में किसान दिल्ली के लिए कूच कर गए लेकिन इसी बीच एसडीएम सदर संदीप कुमार और सीओ सिटी पुलिस बल के साथ किसानों के बीच पहुंचे।
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को दिल्ली कूच न करने के लिए मनाते हुए कहा कि आगामी तीन दिसंबर को दिल्ली में देश के प्रमुख किसान संगठनों के साथ सरकारी की वार्ता है। इसलिए किसान वार्ता का इंतजार करें। इस पर दिल्ली कूच कर रहे किसानों ने कहा कि अब वे वार्ता में शामिल होने के लिए आगामी 3 दिसंबर को ही दिल्ली कूच करेंगे। इस पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
इस अवसर पर बाबा संजय कालखंडे, अनिल प्रधान लिलौन, योगेंद्र राठी, महबूब अंसारी, टीनू जावला, रणवीर सिंह आदि मौजद रहे।