- एनसीआरटीसी की पहल, नीली बसें तथा नीले और सफेद आटो पहुंचाएंगे गंतव्य तक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड और मेरठ मेट्रो से उतर कर इनके यात्रियों को स्टेशन से बाहर आकर बस और आॅटो के लिए न तो भटकना होगा और न ही इंतेजार करना होगा। इन स्टेशनों पर पॉल्यूशन फ्री आवागमन सेवाएं उपलब्ध होंगी। इसी प्रकार शहर के दूसरे हिस्सों से भी इन्ही पॉल्यूशन फ्री वाहनों से रैपिड और मेट्रो स्टेशन पहुंच कर ट्रेन ले सकते हैं।
दरअसल, एनसीआरटीसी ने ‘पॉल्यूशन फ्री एटमोसफेयर’(प्रदूषण रहित वातावरण) के लिए यह शानदार पहल की है। रैपिड और मेरठ मेट्रो के यात्रियों के लिए जो पॉल्यूशन फ्री बसें और आॅटो की व्यवस्था की गई है, उनमें बसें और आॅटो दोनों शामिल हैं। बसों को नीला व आॅटो को नीला व सफेद रंग से रंगा गया है। कुछ आॅटो पूरे नीले रंग में रंगे गए हैं।
देखने में बेहद आकर्षक लग रहे आॅटो और बसों में न्यूनतम किराया 10 रुपये रखा गया है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार लास्ट माइल कनेक्टिविटी की सुविधा के अंतर्गत यात्रियों को उनके घरों और आॅफिस तक पहुंचाने के लिए इस प्रकार की आवागमन सेवाएं शुरू की गई हैं। यह सेवा पूरी तरह से इलेक्ट्रिक पद्धिति पर है और साथ ही साथ वातानूकुलित भी होगी।
मेरठ के सभी स्टेशनों पर आवागमन की यह सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी। बताते चलें कि यह सुविधाएं रैपिड के प्रायोरिटी सेक्शन पर शुरू हो चुकी हैं। रैपिड अधिकारियों ने बताया कि लास्ट माइल कनेक्टिविटी आॅप्शंस के द्वारा यात्रियों की यात्रा के अंतिम चरण के लिए सभी यात्रियों को संयोजित, तेज और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन विकल्प उपलब्ध होगा।
वहीं, दूसरी ओर एनसीआरटीसी के अनुरोध पर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) आनन्द विहार अड्डे से साहिबाबाद रैपिड स्टेशन तक इलैक्ट्रिक डीटीसी बसें चला रहा है। एनसीआरटीसी के अनुसार इन लास्ट माइल कनेक्टिविटी सेवाओं को व्यापक परिवहन प्रणाली में एकीकृत किया जा रहा है। मेरठ के सभी आरआरटीएस स्टेशनों पर डेडिकेटेड पिक अप और ड्रॉप आॅफ स्थान भी बनाए जाएंगे।