- फिर इसी साल जून में ही भैंसाली स्टेशन तक ट्रायल रन शुरू करने पर फोकस
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो लोकसभा चुनावों से पूर्व ही अपनी रैपिड (नमो भारत) मेरठ तक दौड़ना शुरू कर देगी। इसके अलावा जनू (2024) में ही रैपिड के ट्रायल रन का दायरा भैंसाली स्टेशन तक पहुंच जाएगा। इसके लिए एनसीआरटीसी युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है। एनसीआरटीसी सूत्रों के अनुसार पिछले साल 20 अक्टूबर को जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड को हरी झंडी दिखाई थी तभी लोकसभा चुनावों से पहले इसके अतिरिक्त खंड पर रैपिड दौड़ाने की पटकथा लिख दी गई थी।
लोकसभा चुनावा अप्रैल के आसपास प्रस्तावित हैं और मार्च में रैपिड का सुचारु संचालन अतिरिक्त खंड (दुहाई से मेरठ साउथ) पर प्रस्तावित है। यानि कि लोकसभा चुनावों से पूर्व रैपिड दुहाई से मोदीनगर होते हुए मेरठ साउथ तक दौड़ना शुरू कर देगी। उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि अतिरिक्त खंड पर रैपिड संचालन के उद्घाटन के समय भी पीएम नरेन्द्र मोदी मौजूद रहेंगे। वो 20 अक्टूबर को प्रायोरिटी सेक्शन पर रैपिड के उद्घाटन के समय खुद इस बात की इच्छा जता चुके हैं कि जब इसका दूसरा चरण शुरू होगा तब भी उनकी मौजूदगी इसी तहर हो।
प्राथमिक खंड जहां 17 किमी लम्बा था वहीं यह अतिरिक्त खंड 25 किमी लम्बा है। इस प्रकार अतिरिक्त खंड पर रैपिड दौड़ने के बाद 82 किमी लम्बे दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर इसका कुल कवरिंग एरिया 42 किमी हो जाएगा। वहीं, दूसरी ओर अतिरिक्त खंड पर रैपिड दौड़ने के बाद एनसीआरटीसी का अगला कदम भैंसाली स्टेशन तक रैपिड का ट्रायल रन रहेगा। भैंसाली तक का ट्रायल रन एनसीआरटीसी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस दौरान रैपिड अंडर ग्राउंड (टनल में) भी दौड़ेगी
और यह टनल का वो हिस्सा होगा जहां टनल खुदाई के समय कुछ इमारतों के चटखने की घटनाएं हुई थीं। कुल मिलाकर मेरठ के लिए अब वो हसीन घड़ी सामने आने वाली है। जिसका मेरठ वासियों को बरसों से इंतजार था। वहीं, दूसरी ओर एनसीआरटीसी का लक्ष्य 2025 तक दिल्ली-मेरठ के 82 किमी लम्बे पूरे कॉरिडोर पर रैपिड के साथ-साथ मेरठ में मेट्रो संचालन का है।