- आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट की सुविधा करायी गयी मुहैय्या
- मेडिकल, जिला अस्पताल के अलावा सीएचसी पर भी जांच की सुविधा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल और जिला अस्पताल के अलावा बड़ी संख्या में प्राइवेट लैब भी कोरोना का पता लगाने के लिए आरटीपीसीआर व एंटीजन टेस्ट की सुविधा दे रहे हैं।
हालांकि कोरोना संक्रमण काल शुरू होने के बाद शुरूआती समय में प्राइवेट लैबों में किए जाने वाले टेस्टों को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। यह विवाद मॉडर्न लैब में करायी गयी जांचों को लेकर शुरू हुआ था। दरअसल हुआ ये कि कुछ सैंपल जांच के दौरान प्राइवेट लैब में पॉजिटिव पाए गए, लेकिन जब मेडिकल में उनकी जांच करायी गयी तो वो केस निगेटिव पाए गए।
इसके बाद नोएडा में भी उनकी जांच हुई और बाद में मामला बढ़ता देखकर पीजीआई लखनऊ में जांच करायी गयी। इसको लेकर मॉडर्न लैब पर कार्रवाई किए जाने की भी बात कही गयीं, लेकिन बाद में लैब में कराए गए टेस्ट के सही होने की मोहर लगा दी गयी। इसके बाद प्राइवेट लैब को सरकार की ओर से प्रति दिन सौ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी गयी।
मेरठ में फिलहाल मॉडर्न पैथलैब, लाल पैथलैब, एसआरसी पैथलैब, रैन बैक्सी पैथलैब की ओर से आरटीपीसीआर जांच कराए जाने की सुविधा दी गयी है। इसके अलावा पैथ काइंड में एंटी बॉडी का पता लगाने के लिए एंटीजन टेस्ट कराया जा सकता है।
क्या है एंटीजन टेस्ट
शरीर में इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए एंटीजन टेस्ट कराया जा सकता है। आईजीएसम व आईजीजी का पता किया जाता है। आईजीएम अर्थात व्यक्ति के शरीर में इन्फे क्शन नया है।
मसलन आठ से 12 दिन पुराना इन्फेक्शन है। डाक्टर की सलाह से उसका इलाज कराया जाना चाहिए। आईजीजी मसलन इन्फेक्शन पुराना था जो होने के बाद ठीक भी हो गया। ये बात अलग है कि उसका पता नहीं चला और मरीज ठीक भी हो गया।
घर बैठे टेस्ट की सुविधा
जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण के बढ़ने की बात सामने आ रही है, वैसे ही चिकित्सकीय क्षेत्र में तमाम इलाज व सुविधाएं भी दी जा रही हैं। कोरोना संक्रमण का पता करने के लिए जहां तक टेस्ट कराए जाने की सुविधा की बात है तो जो प्राइवेट लैब यह सुविधा दे रही हैं वो घर बैठे बैठे यह टेस्ट कराने की भी सुविधा दे रही हैं।
कोई भी शख्स कहीं पर भी रहकर प्राइवेट टेस्ट कराने की सुविधा हासिल कर सकता है। इसके अलावा तमाम अस्पतालों खासतौर से प्राइवेट अस्पतालों में जो मरीज भर्ती हैं वो यदि सिम्टम का अहसास होने पर सैंपल देना चाहते हैं तो जहां भर्ती हैं वहां रहते हुए भी टेस्ट करा सकते हैं।
पैथलैब का कर्मचारी आकर उनका सैंपल ले जाएगा। हालांकि जितने भी सैंपल लिए जाएंगे उन सभी की रिपोर्ट सीएमओ की अनुमति के बाद ही मरीज को जारी की जाएगी।