- पुलिस ने खाई न सुधरने की कसम, सीसीटीवी कैमरे में खुलासा हुआ तो लग गया खाकी पर दाग
- भूमिका के पीछे आखिर किसका चल रहा था दिमाग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: खाकी सवालों के घेरे में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खाकी की छवि सुधारने के लाख प्रयास करें, लेकिन पुलिस ने नहीं सुधरने की लगता है कसम खा ली हैं। पुलिस जो पहले फर्जी मामलों में फंसाने के जो काम करती थी, वो आज भी कर रही हैं। इसका खुलासा सीसीटीवी कैमरे में हुआ तो खाकी पर दाग लग गया। ये ऐसा दाग लगा है, जो किसी साबून से धुलने वाला नहीं हैं। किठौर में जो पुलिस कर्मी प्लंबर के घर पहुंचे, वो किसके आदेश पर पहुंचे? ये भी बड़ा सवाल हैं।
इसमें चंद पुलिस कर्मियों को संस्पेंड तो कर दिया गया, लेकिन उनकी भूमिका के पीछे किसका दिमाग चल रहा था। आखिर प्लंबर को फंसाने के लिए बड़ी रकम किसने ली थी। इसमें सिपाही स्तर का काम नहीं था, बल्कि इसमें और की भी संलिप्ता हैं, जो अब जगजाहिर होने लगी हैं। अब सवाल ये बनता है कि इन पर कब कार्रवाई होगी? किसी को इस पूरे प्रकरण में बचाया जा रहा हैं। आखिर जो इस कांड के जिम्मेदार है, उन पर शिकंजा कसा जाएगा।
किठौर पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में खाकी की किरकिरी करा दी हैं। इसका मतलब ये है कि किठौर पुलिस फर्जी मामलों में लोगों का फंसाती है, फिर वसूली भी करती हैं। ये मामला तो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया तो पलंबर की जान बच गई। अन्यथा पुलिस ने तो प्लंबर को फर्जी मामले में जेल भेजने का इंतजाम पूरा कर दिया हैं। यही नहीं, ज्यादातर पुलिस ऐसा ही रवैया अपना रही हैं।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। खाकी की छवि को धूमिल करने से कुछ पुलिस कर्मी बाज नहीं आ रहे हैं। गंगानगर में भी एक ऐसा ही मामला आया। महिला ससुराल पक्ष के मकान के सामने धरने पर बैठी तो उल्टे पुलिस ने महिला के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया हैं।
फरार मुल्जिम को सर्विलांस टीम ने दबोचा
मेरठ: पश्चिम बंगाल मुगल सराय क्षेत्र से तीन दिन पहले पुलिस कस्टडी से ट्रेन से फरार होने वाले मुल्जिम को देहली गेट पुलिस व सर्विलांस टीम ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे से गिरफ्तार कर लिया। देहली गेट पुलिस 393 के मुल्जिम मिनाजुर रहमान पुत्र अबुसलीम निवासी चंढीटाला जनपद हुगली कोलकाता को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मेरठ के लिए 27 सितम्बर को ट्रेन से रवाना हुई थी। जब देहली गेट थाने के एसआई लियाकत अली व सर्विलांस सैल के अमित कुमार व विकास कुमार आरोपी मिनाजुर को गिरफ्तार कर ट्रेन से लेकर आ रहे थे।
तब 29 सितम्बर को मिनाजुर रहमान पुलिसकर्मियों को चकमा देकर चलती ट्रेन से रेलवे स्टेशन पंडित दीनदयाल उपाध्याय मुगल सराय से फरार हो गया था। फरार मुल्जिम की फरारी के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने एक टीम गठित कर पश्चिम बंगाल को भेजी गई। पुलिस टीम ने रविवार को पौने तीन बजे लखनऊ आगरा एक्सपे्रसवे आगरा कट से फरार मुल्जिम मिनाजुर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन एक रोडवेज बस का टिकट व 750 रु पये बरामद किये हैं।