Friday, March 29, 2024
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‘ताउते’ तूफान की चेतावनी के बाद तेज हवाओं के साथ हुई बारिश

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  • पूरा दिन हवाओं के साथ बारिश से मौसम बदला तापमान गिरा

जनवाणी ब्यूरो |

शामली: ताउते तूफान के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी तेज हवाओं के साथ बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के बाद से बुधवार को पूरा दिन बारिश होती रही। बारिश के साथ हवाएं भी चलती रही। वहीं बारिश व हवाओं से पारा भी लुड़का है।

मंगलवार की रात से ही मौसम बदलने लगा था और आसमान पर बादल छा गए थे। वहीं ताउते तूफान के मद्देनजर मौसम विभाग ने भी तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी दे रखी थी। आसमान में बादल छाने के बाद से तो बारिश की पूरी आशंका बनने लगी थी।

बुधवार को आसमान पर बालद छाए रहे लेकिन दोपहर बाद से बूंदाबांदी शुरू हो गई। देखते ही देखते कुछ ही घंटों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। लॉकडाउन कर्फ्यू में छूट के दौरान बूंदाबांदी से सड़कों पर कीचड से फिसलन होने लगी थी। लोग बारिश में जल्द से जल्द सामान खरीदते नजर आए।

वहीं बारिश से एकाएक मौसम बदल गया और तापमान में गिरावट देखी गई। कई दिनों से दिन तापमान 22 से 26 डिग्री सेल्सियस चल रहा था जो बारिश के बाद से 20 डिग्री पहुंच गया। लॉकडाउन कर्फ्यू में लोगों ने अपने-अपने घरों में रहकर मौसम का लुत्फ उठाया।

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ऊन: तेज हवाओं से किसानों को परेशानी

ताउते तूफान का कहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी दिखाई देने लगा है। दिन भर आसमान में घने काले बादल छाए रहे तथा तेज हवाओं के साथ रिमझिम वर्षा होती रही जिससे तापमान में गिरावट आई। मौसम में आए परिवर्तन के कारण किसानों को भारी परेशानी हुई। किसान इस समय गन्ने की बुवाई व निराई गुड़ाई में व्यस्त हैं। मौसम में आए बदलाव के कारण बुवाई निराई गुड़ाई सब ठप हो गई।

दूसरी ओर जिन किसानों के पास गन्ना खेतों में अवशेष खड़ा है उसकी छिलाई का कार्य भी ठप हो गया। मौसम में आए बदलाव के कारण किसान गन्ने की फसल में पैदा हुए खरपतवार को खत्म करने के लिए निराई गुड़ाई भी नहीं कर पाएगा तथा गन्ने की बुवाई भी देर से होगी जिससे पैदावार पर असर पड़ेगा। उधर, आम के बाग मालिकों को भी तेज हवाओं से नुकसान उठाना पड़ सकता है।

जलालाबाद: तेज हवा बारिश से टमाटर, मिर्च, मक्का फसल को नुकसान

बुधवार को दोपहर से ही बूंदाबांदी प्रारंभ हो गई। बारिश होने से खेतों में पानी भर गया और राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी भरने से वाहनों का आना-जाना प्रभावित हुआ। किसानों की टमाटर, मिर्चा व मक्का की फसल में पानी भरने व हवा चलने से फसल का काफी नुकसान है। किसान बाबलू सैनी का कहना है कि बारिश व हवा होने से आम के बाग में आ रही फसल को काफी नुकसान हो गया है और कच्चे आम झड़ कर नीचे गिर गए हैं जिनको मंडी में ले जाकर के कोई दाम नहीं मिल रहा है। किसान मुकेश सैनी, पिंकी सैनी, सौरव सैनी, अकील अहमद का कहना है कि अगर हवा नही चले तो फसल को बारिश से फायदा है, अन्यथा काफी नुकसान हो सकता है।

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