जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। इस बात को स्थानीय थाने में तैनात महिला सिपाही कोमल व उसकी सगी बहन दीपा ने दरोगा बनकर सच साबित कर दिखाया। सफलता की इबारत लिखने वाली दोनों बहनों ने अपने परिजनों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। थाने पर आयोजित जश्न पार्टी में सीओ व थाना प्रभारी ने हर्ष व्यक्त करते हुए उनकी काफी सराहना की है।
सहारनपुर जिले के थाना रामपुर मनिहारान अंतर्गत ग्राम हरपाल निवासी कोमल व उसकी सगी बहन दीपा 2021 बैच में सिपाही के पद पर भर्ती हुई थी।दोनो बहनों ने अपनी इस तैनाती के मुकाम से और आगे बढ़ने के लिए संघर्ष जारी रखा।दोनो बहनों ने एसआई परीक्षा में कामयाबी की इबारत लिख डाली।
नतीजतन दोनो बहने दरोगा बन गई। बेटियों ने अपने पिता अशोक व माता रेखा का नाम रोशन कर दिया। पिता का सीना बेटियों की कामयाबी के चलते गर्व से चौड़ा हो गया।उन्हे अपनी बेटियों पर फख्र हो रहा है।कोमल फलावदा तो दीपा बिजनौर के थाना हीमपुर दीपा में तैनात है।
बुधवार को थाने में जश्न का माहौल रहा। सीओ आशीष शर्मा ने फलावदा थाने में कोमल व उसकी बहन को बधाई दी।थाना प्रभारी मुनेश शर्मा ने भी सराहना करते हुए बधाई दी।आगामी 12 मार्च से दोनो बहनों की ट्रेनिग शुरू होगी।