जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: रमाला थाना क्षेत्र के किरठल गांव में पुलिस द्वारा अपराधिक गतिविधि के आरोपी व धर्मेन्द्र किरठल के रिश्तेदार सतेन्द्र मुखिया की कृषि भ्मि को पुलिस ने कुर्क कर लिया। करीब 11 लाख रुपये की यह कृषि भूमि सतेन्द्र मुखिया के नाम पर थी।
मंगलवार को किरठल गांव में भारी भरकम पुलिस बल एसडीएम बड़ौत सुभाष सिंह व क्षेत्राधिकारी बड़ौत हरीश भदौरिया के नेतृत्व में पहुंचा। यहां धर्मेन्द्र किरठल के रिश्तेदार सतेन्द्र मुखिया की कृषि भूमि पर पहुंचे। इस संबंध में बड़ौत सीओ हरीश भदौरिया ने बताया कि धर्मेंद्र किरठल व सतेंद्र मुखिया अपराधों लिप्त हैं। फिलहाल व किरठल के इरशाद हत्याकांड में जेल में बंद हैं। उनकी अपराधिक गतिििवधयों में मशहूर जोड़ी जानी जाती थी।
इन दोनों के खिलाफ कई राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं। पिछले साल धर्मेन्द्र किरठल की गांव में ही करोड़ों रुपयों की संपत्ति को कुर्क किया गया था। धर्मेन्द्र पर कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जबकि सतेन्द्र मुखिया मूल रूप से सुन्हेड़ा गांव का रहने वाला है। वह किरठल में धर्मेन्द्र के पास रहता था।
उसने यहां करीब दो बीघा जमीन अपने नाम करा रखी है। यह जमीन उसने अपराधिक कृत्यों से अर्जित की। उसके खिलाफ कानूनी शिकंजा कसते हुए धारा 14 (1) गिरोहबंद व असामाजिक क्रिया कलाप निवारण अधिनियम के तहत करीब ढ़ाई बीघा जमीन जिसकी अनुमानित कीमत करीब 11 लाख रुपये है, को कुर्क कर लिया गया। गांव में इस संबंध में लोगों को जानकारी दी गई।
इस कृषि भूमि को सीओ बड़ौत के अधीन कर दिया गया। इससे पूर्व रमाला पुलिस ने ढोल बजवा कर गांव में मुनादी कर तथा माइक द्वारा कुर्क करने का ऐलान किया था। गांव के काफी संख्या में ग्रामीण खेत में जुट गए थे। इस रमाला, छपरौली व दोघट थानों की पुलिस मौजूद रही।