- आरोप, ट्रेन गुजरने के काफी देर तक नहीं खोला जाता फाटक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट क्षेत्र में गुरुद्वारा रोड स्थित रेलवे फाटक नंबर-29 पर ट्रेन गुजरने के दौरान फाटक काफी देर तक बंद रहने का आरोप वाहन चालकों द्वारा अक्सर लगाया जाता है। जिसमें ट्रेन के आने से काफी देर पहले फाटक को बंद कर दिया जाता है। जबकि ट्रेन गुजरने के काफी देर बाद फाटक को खोले जाने का आरोप वाहन चालकों द्वारा लगाया जाता है।
इस दौरान फाटक के दोनों तरफ दिन में कई-कई बार वाहनों की लंबी कतारें लगने के साथ जाम जैसे हालात बन जाते हैं। लोगों का कहना है कि फाटक पर तैनात रेलवे कर्मी ट्रेन के आने से पहले और जाने के बाद फाटक को खोलने व बंद करने में विलंब करता है।
कैंट क्षेत्र में गुरुद्वारा रोड स्थित रेलवे के स्पेशल फाटक नंबर-29पी पर हर रोज दिन में फाटक लगने के दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। जिसमें वाहन चालकों को कभी-कभी फाटक पार करने के लिए आधा घंटा तक इंतजार करना पड़ जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रेन के आने से पहले और ट्रेन के फाटक से गुजर जाने के बाद काफी देर बाद फाटक खोला जाता है।
जिसको लेकर स्थानीय लोगों के साथ वाहन चालक परेशान होते हैं। कभी-कभी दिन में कई-कई बार इस तरह की स्थिति बन जाती है। इस दौरान कुछ दोपहिया वाहन चालकों द्वारा लापरवाही दिखाते हुए बंद फाटक के दौरान भी वाहनों को फाटक से नीचे गिराकर निकालने का प्रयास किया जाता है और प्रयास सफल होने पर वह बंद फाटक के दौरान ही फाटक पार करते हैं। ऐसे में दुर्घटना होने का अंदेशा भी बना रहता है।
वहीं, दूसरी ओर फाटक पर तैनात रेलवे कर्मी दीपक का कहना है कि ट्रेन के आने से सात मिनट पहले गेट बंद करना होता है। यदि फाटक बंद नहीं किया तो पिछले स्टेशन से ट्रेन को नहीं छोड़ा जा सकेगा। ट्रेन के गुजरने के बाद जो आॅटोमेटिक लॉक होता है, उसके सिग्नल मिलने के बाद ही फाटक खोला जा सकता है। जिसमें किस समय ट्रेन स्टेशन से छूटी किस समय फाटक से पार हुई, किस समय फाटक बंद किया और खोला गया।
वह सब रिकॉर्ड रजिस्टर में मेंटेन किया जाता है। बिना नियम के फाटक को बंद नहीं किया जा सकता और न ही खोला जा सकता है। एक ट्रेन के गुजरने के दौरान करीब 10 मिनट का समय लगता है यदि लगतार दो या तीन ट्रेन फाटक से होकर गुजरती हैं तो 20 मिनट से लेकर आधा घंटा तक का समय लग जाता है। जिसको लेकर फाटक के दोनों तरफ कभी-कभी वाहनों की लंबी लाइन देखी जा सकती है। जिसमें वाहन चालकों को परेशानी जरूर उठानी पड़ती है, लेकिन रेलवे के नियम के विरुद्ध फाटक न तो खोला जा सकता है, न ही बंद किया जा सकता है।