- पीड़ितों ने किया एसएसपी आफिस पर हंगामा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल अस्पताल में तीमारदारों के साथ मारपीट की घटना में पुलिस ने एसएसपी के आदेश के बाद आरोपी डाक्टरों पर एससीएसटी एक्ट की कार्रवाई है। बच्चे के अभिभावक व रिश्तेदारों ने पुलिस आॅफिस पर प्रदर्शन कर मेडिकल पुलिस पर आरोपित डाक्टरों के खिलाफ मामूली धारा में मुकदमा दर्ज करने क ा आरोप लगाया था। एसएसपी ने पीड़ित पक्ष की फरियाद सुनते हुए आरोपी डाक्टरों पर सख्त कार्रवाई के आदेश मेडिकल पुलिस को दिए। पुलिस ने डाक्टरों पर एससीएसटी एक्ट की कार्रवाई की है।
मेडिकल अस्पताल में सोमवार रात जूनियर डाक्टरों द्वारा तीमारदार और घायल बच्चे के अभिभावकों के साथ हुई मारपीट की घटना में मेडिकल पुलिस ने मामूली धारा लगा अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया था। मेडिकल पुलिस द्वारा डाक्टरों पर मामूली धारा में की गई ढीली कार्रवाई को लेकर बुधवार को मेडिकल क्षेत्र ग्राम कमालपुर निवासी देवेन्द्र पुत्र निरंजन सिंह व पीड़ित परिवार के कई लोग पुलिस आॅफिस पहुंचे। उन्होंने एसएसपी से मुलाकात कर एक प्रार्थनापत्र दिया।
पीड़ित पक्ष के देवेन्द्र ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से कहा कि सोमवार की रात वे एक बच्चे का अंगूठा कुट्टी की मशीन में कट जाने पर मेडिकल इमरजेंसी में ले गये थे। जूनियर डाक्टरों ने आधा घंटे तक बच्चे के अंगूठे को इधर से उधर करके देख रहे थे। जिस पर बच्चा रो रहा था। डाक्टरों से इतना ही कहा था कि साहब थोड़ा धीरे से देख लीजिए। इतना कहते ही डाक्टर अभिषेक वर्मा और दो अन्य डाक्टरों ने महिलाओं को गालियां देते हुए मारपीट कर दी थी।
डाक्टरों ने प्रीति व मंजू आदि के नीचे घसीटकर पीटा था। मारपीट के दौरान उनके 15 हजार रुपये और सोने के कुंडल भी वहीं गिर गये थे। मारपीट होते देख बीच बचाव करने आये देवेन्द्र व दीपक के साथ भी मारपीट कर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर प्रताड़ित किया था। देवेन्द्र ने बताया कि मेडिकल पुलिस ने धारा 323, 504, 506 में अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस जानबूझकर डाक्टरों को बचाना चाहती है।
पीड़ित पक्ष ने एसएसपी से सही धारा लगाने और एससीएसटी एक्ट में कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने सीओ सिविल लाइन को डाक्टरों पर सख्त कार्रवाई कर एससीएसटी एक्ट में कार्रवाई के आदेश दिए। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के आदेश के बाद मेडिकल पुलिस ने आरोपी डाक्टरों पर एससीएसटी एक्ट की कार्रवाई की है।
पीड़ित पक्ष के साथ एसएसपी से मिलने वाले छात्र नेता विनीत चपराणा ने कहा कि डाक्टरों ने दलित परिवार के साथ मारपीट कर अपने पेशे को कलंकित किया है। डाक्टरों पर सही धारा में कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं हिन्दू नेता सचिन सिरोही ने कहा कि पुलिस थाना मेडिकल कैम्पस के भीतर है। इसलिए पुलिस डाक्टरों पर कार्रवाई नहीं करती। मारपीट की इस घटना पर डाक्टरों की हर हाल में गिरफ्तारी पुलिस को करनी चाहिए।