जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: थाना क्षेत्र के गांव अमरौली उर्फ बड़ा गांव में पिता से बदसलूकी का विरोध करने पर छोटे भाई की गर्दन काटने के दर्ज प्राणघातक हमले के मुकदमे को हत्या की धारा में तरमीम कर दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस को चकमा देकर फरार हुए हत्या आरोपी का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
गौरतलब है कि गत दिवस अमरौली उर्फ बड़ागांव में अपने पिता भीकम के साथ बदसलूकी कर रहे उसके पुत्र मोनू को उसके छोटे बेटे मोंटू ने डांट दिया था। इससे क्षुब्ध होकर मोनू ने अपने छोटे भाई मोंटू की गर्दन पर धारदार हथियार से वार करके उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
उपचार के लिए भर्ती मोंटू की अस्पताल में मौत हो गई थी। थाने में घटना की रिपोर्ट मोंटू की पत्नी रश्मि द्वारा दर्ज कराई गई थी। घटना के बाद यह मामला प्राणघातक हमले की धाराओं में दर्ज किया गया था, लेकिन उपचार के दौरान अस्पताल में मोंटू की मौत होने के बाद पुलिस ने मुकदमे को हत्या की धारा में तरमीम कर दिया।
दूसरी ओर पोस्टमार्टम के बाद रविवार को मोंटू का शव गांव पहुंचा पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी विलाप करते हुए बेहोश हो रही थी। गमगीन माहौल में शव का दाह संस्कार कर दिया गया।
उधर, घटना के बाद मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी करके हत्यारोपी मोनू को पुलिस ने अमरौली फार्म के पास जंगल में स्थित ट्यूबवेल से दबोच लिया था, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। फिर उसका सुराग नहीं लग पाया। पुलिस ने रात भर खेतों में उसको तलाश किया, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। घटना के अगले दिन बाद भी उसका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पा रहा है।