जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/मोदीपुरम: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर वेस्ट यूपी में भी दिखाई देने लगा है। वेस्ट यूपी में कड़ाके की ठंड का आगाज शुरू हो गया है। अगले तीन दिनों में वेस्ट यूपी में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। मेरठ समेत आसपास के जनपदों में बूंदाबांदी होने की संभावना है। बूंदाबांदी होने के कारण जहां ठंड बढ़ेगी। वहीं, लोगों को ठिठुरने के लिए मजबूर भी होना पड़ेगा।
पिछले दो दिनों से सूर्य देवता के दर्शन नहीं हो रहे हैं। आसमान में धूंध छाई हुई है। जिसके चलते दो दिन से मौसम खराब होने के कारण प्रदूषण के स्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मेरठ में जहां मौसम खराब दिखाई दे रहा है। वहीं, प्रदूषण की स्थिति भी भयंकर होती जा रही है। ऐसे में अब बूंदाबांदी से ही प्रदूषण के स्तर पर रोकथाम हो सकती है।
आसमान में जमा प्रदूषण के कण बूंदाबांदी होने से धूल जाएंगे। जिसके चलते प्रदूषण के स्तर में कमी होगी। राजकीय मौसम वैधशाला पर बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 93 एवं न्यूनतम आर्द्रता 61 प्रतिशत दर्ज की गई।
हवा का रुख सुबह दो किमी तो शाम को पूर्ण रुप से शांत रहा। मौसम वैज्ञानिक डा. एम शमीम अहमद का कहना है कि अगले तीन दिनों में कड़ाके की ठंड वेस्ट यूपी में पड़ेगी। मेरठ समेत आसपास के जनपदों में बूंदाबांदी भी होने की संभावना बनी है।
मेरठ से ज्यादा गाजियाबाद की स्थिति खराब
मेरठ में भी धीरे-धीरे प्रदूषण की स्थिति खराब हो रही है। इस समय मेरठ में प्रदूषण का स्तर 340 चल रहा है। मौसम खराब होने के कारण प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है। अगर आसपास के जनपदों की स्थिति देखी जाए तो सबसे खतरनाक गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर देखने को मिल रहा है।
वहां प्रदूषण का स्तर 444 है। इससे यहां स्थिति भयानक बनी हुई है। हालांकि मेरठ के क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डा. योगेंद्र कुमार का कहना है कि प्रदूषण के स्तर की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा व्यापक बंदोबस्त किए जा रहे हैं। जबकि मौसम का खराब होना भी एक मुख्य कारण है। जो प्रदूषण के स्तर को बढ़ा रहा है।
मेरठ में प्रदूषण का स्तर
- मेरठ शहर 340
- गंगानगर 359
- जयभीम नगर 324
- पल्लवपुरम 336
अन्य शहरों में प्रदूषण का स्तर
- ग्रेटर नोएडा 394
- गाजियाबाद 444
- मुजफ्फरनगर 326
- बागपत 381
- चरखी दादरी 432
- दिल्ली 413
- बुलंदशहर 402