जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: आखिर शहीद मेजर केतन शर्मा के परिजनों का सब्र का बांध टूट गया। दरअसल, डेढ़ वर्ष पूर्व मेजर केतन शर्मा देश के लिए आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने चेतन शर्मा की याद में कुछ वादे किए थे। लेकिन डेढ़ वर्ष बाद भी सरकार अपने वादे पूरे नहीं कर सकी। जिससे शहीद के परिजनों का दर्द छलक आया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा क्या हमें भी सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन करने होंगे ? आखिर सरकार खुद ही वादे कर रही थी। लेकिन, अब निभाना भूल गई है। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी से मिलने की बात कही और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मांग पूरी कराने की बात कही।
श्रद्धापुरी निवासी मेजर चेतन शर्मा पुत्र रविंद्र शर्मा 17 जून 2019 को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। शहीद मेजर केतन शर्मा के ताऊ अशोक शर्मा और पिता रविंद्र शर्मा का कहना है कि इसके बाद मुख्यमंत्री ने शहीद परिवार के लिए चार वादे किए थे।
जिनमें से एक वादा पूरा किया बाकी तीन वादे पूरे नहीं हो सके। सरकार ने 25 लाख रुपए देकर एक वादा पूरा कर दिया। लेकिन शहीद के नाम से ना तो सड़क का नामकरण हुआ। न ही शहीद द्वार बना पाए और पार्क का नामकरण भी शहीद के नाम से नहीं किया जा सका। परिजनों का कहना है कि वादे पूरे कराने के लिए क्या उन्हें भी करने होंगे धरने प्रदर्शन।