- जैन समाज के लोगों ने की मुनिराज के मोक्ष प्राप्ति की प्रार्थना
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: जैन मुनि 108 आचार्य श्री ज्ञान सागर मुनिराज के अचानक देवलोकगमन से जनपद शामली के सम्मपूर्ण जैन समाज में शोक की लहर दौड गई। देश के महान तपस्वी, बाल यति परम पूज्य आचार्य ज्ञान सागर महाराज का अचानक समाधि मरण जयपुर के निकट बारा स्थान पर हो गया है।
सोमवार को जैन मुनि 108 आचार्य श्री ज्ञान सागर मुनिराज का अचानक देवलोकगमन हो गया। पूज्य श्री का देवलोक गमन श्री भगवान महावीर के मोक्ष कल्याणक वाले दिन हुआ। आचार्यश्री ने कई बार शामली प्रवास कर अद्भुत एवं अभूतपूर्व धर्म प्रभावना की गई है।
आचार्य श्री धर्म प्रभावना के लिए एक अद्भुत सोच के धनी थे। वह चाहते थे कि धर्म जन-जन में पूरे देश में प्रचारित एवं प्रसारित हो। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए पूज्यश्री द्वारा समय-समय पर विद्वान, अधिवक्ता, प्रोफेसर, सीए, डा. गोष्ठी एवं सम्मेलन का आयोजन करा कर धर्म को विज्ञान से संबद्ध करने का अद्भुत कार्य किया गया। पश्चिमी बंगाल में सरावकी क्षेत्र के उत्थान विकास पूज्यश्री की प्रेरणा अद्वितीय है।
आचार्य श्री के देवलोकगमन की सूचना जैसे की शामली जनपद के सकल जैन समाज को हुई तो उनमें शोक की लहर दौड़ गई। शनिवार को शहर के तालाब रोड स्थित महावीर जिनालय में जैन समाज के सैकडों लोग एकत्रित हुए और भगवान महावीर स्वामी से मुनिराज के मोक्ष प्राप्ति की प्रार्थना की।
इस अवसर पर मोहित जैन, सचिन जैन, राजीव जैन, ललित जैन, प्रवीन जैन, विकास जैन, शरद जैन, पंकज जैन, संजीव जैन, अंकुर जैन, विनोद जैन, अशोक जैन आदि मौजूद रहे।