- गायत्री शक्तिपीठ पर सुंदरकांड के पाठ में साधकों ने भाग लिया
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: गायत्री शक्तिपीठ पर आयोजित सुन्दर कांड पाठ एवं पांच कुंडीय यज्ञ कार्यक्रम में दो गज की दूरी मास्क है जरूरी एवं जब तक दवाई नहीं तब तक कोई ढिलाई नहीं के राष्ट्रीय एवं सार्वभौमिक सूत्रों का गुरु अनुशासन में पालन करते हुए कोरोना संकट के समय में पूर्ण सावधानी रखने का आह्वान किया गया।
शनिवार को गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक डॉ दीपक कुमार ने कहा कि मानव जीवन ईश्वर का सर्वोत्तम उपहार है। हमे अपने जीवन का महत्व समझना होगा। इस मौके पर डॉ एस प्रसाद ने मुख्य पूजन किया तथा सुरेश कश्यप ने पांच कुंडीय यज्ञ में सवा लाख गायत्री मंत्र अनुष्ठान की पूर्ण आहुति दी।
मधुबाला गुप्ता, पुष्पा शर्मा, कामेश शर्मा, सारिका अग्रवाल, श्रद्धा रानी ने कलश पूजन के साथ देव आह्वान करते हुए गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र का वैदिक मंत्रों से आहुतियां संपन्न कराई। इसी के साथ विश्व कल्याण प्राणियों में सद्भावना की कामना के साथ साधकों में एक बुराई छोड़ने व एक अच्छाई अपनाने के संकल्प लिए गए।
इस मौके पर डॉ दीपक कुमार ने कहा बुद्धिमान वही है जो समय रहते अपनी गलतियों को सुधार लेता है प्राणी मात्र में ईश्वर का वास है। भगवान राम मर्यादा की पराकाष्ठा है। श्रीरामचरितमानस अद्भुत ग्रंथ है,इसमें सभी समस्याओं का समाधान है उन्होंने आगे कहा कि श्री रामचरितमानस में राम ने रावण पर अपनी विजय को भी धर्म रथ पर आरूढ़ होना बताया है उन्होंने कहा कि न्याय नीति व सत्य में हजार हाथी का बल होता है।
भगवान राम के अन्य साथी सहयोगी मित्र स्वजन ऐसे ही सत्य चरित्र वाले हैं। लक्ष्मण ने सेवक की तरह भाई का साथ दिया। भारत में राजगद्दी पर राम चरण पादुका रखकर स्वयं तपस्वी का जीवन जीया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी ने राम काज के लिए अपने को समर्पित कर दिया।
डॉ दीपक ने सभी से श्री रामचरितमानस को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया। इस मौके पर परिव्राजक दिनेश चौबे ,अवधेश गुप्ता, नीलम बरनवाल, सरोज यादव ,आशा गुप्ता, सीमा, उषा गुप्ता ,मेघा ,सरला शर्मा आदि मौजूद रहे।