जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: रक्षाबंधन पर्व पर जिला कारागार में बंद कैदियों को शुक्रवार को बहनों ने राखी बांधी। आज सुबह से ही बहनें थाली लेकर जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने पहुंची। इस दौरान उन्हें जेल परिसर के कड़े सुरक्षा मानकों के बीच से गुजरना पड़ा। अंदर जाने के बाद बहनों ने जेल की सलाखों से बाहर निकली कलाई पर राखी बांधी तो दोनों के ही आंखों से आंसू बहने लगे। इस दौरान बहनों ने माथे पर तिलक लगाकर अपने भाइयों से दुबारा अपराध नहीं करने और अच्छा इंसान बनने का वचन लिया।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने बताया कि रक्षाबंधन के त्यौहार पर जेल प्रशासन ने बंदियों को राखी बांधने के लिए विशेष इंतजाम किए थे । जेल प्रशासन की ओर से सुबह करीब 8 बजे से बहनों को जेल में बंद अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने का मौका दिया गया तो वहीं महिला बंदीगृह में भी भाइयों को अपनी बहनों से राखी बंधवाने का मौका मिला। धीरे-धीरे यहां लंबी कतारें लग गई। बहनों को जेल में बंद अपने भाइयों से मिलने और उनकी कलाई पर राखी बांधने का मौका मिला तो वहीं जेल के बाहर खड़ी बहने अपनी बारी का इंतजार करती रही। जेल में बंद अपने भाइयों से मिलने और उन्हें राखी बांधने के बाद यहां माहौल भावुक हो गया।
मुलाकात कक्ष के बाहर आती बहनों की आंखों में आंसू दिखे और बार-बार वो अपने भाइयों से मिलने के लिए और वक्त देने की गुहार लगाती दिखी। राखी बांधने के बाद बाहर आई बहनों ने कहा कि राखी के त्यौहार पर उन्होंने अपने भाई से भविष्य में अपराध से दूर रहने का वचन लिया है। इससे पूर्व ब्रह्मकुमारी बहनो ने भी जेल में बंद बंदियों को राखी बांधी। जिला कारागार द्वारा इस अवसर पर जलपान की भी व्यवस्था की गयी थी।