- बजट 49 लाख, पुरानी अस्थाई सड़कों के लिए नया बजट, घाट और सड़कों के लिए बजट 25 लाख
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मकदूमपुर गंगा घाट पर आस्था का प्रतीक माने जाना वाला गंगा मेले में भ्रष्टाचार की ‘बू’ नजर आने लगी है। जिला पंचायत के तत्वावधान में आयोजित होने वाले गंगा मेले का बजट कहने को 49 लाख है, लेकिन ये राशि धरातल पर दूर-दूर तक खर्च होती नजर नहीं आ रही है।
जिला पंचायत द्वारा अस्थाई सड़कों पर 25 लाख रुपये का मोटा बजट खर्च किये जाने के बाद भी ठेकेदार पुरानी सड़कों से ही काम चल रहा है। जिसके चलते मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशनी झेलनी पडेÞगी। भ्रष्टाचार के चलते मेले में प्रतिवर्ष अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहता है।
मेला स्थल तक पहुंचने के सड़क पुरानी, बजट नया
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जनपद में एक मात्र आयोजित होने वाले गंगा मेले की अस्थाई सड़कों के साथ बैरिकेडिंग आदि पर ही जिला पंचायत इस बार 25 लाख का मोटा बजट खर्च करती नजर आ रही है, लेकिन निर्माणाधीन कंपनी सड़क निर्माण पर खर्च होने वाले बजट को पूर्व वर्ष में आयोजित मेले के दौरान बनाई गई अस्थाई सड़कों पर ही खर्च करती नजर आ रही है।
एसडीएम के किया मेला तैयारियों का निरीक्षण
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मखदूमपुर गंगा घाट पर आयोजित होने वाले चार दिवसीय गंगा मेले की तैयारी के मद्देनजर शनिवार को एसडीएम अखिलेश यादव और पुलिस क्षेत्राधिकार आशीष शर्मा ने मेला स्थल का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने जरूरी दिशा निर्देश जारी करते हुए मिले स्थल पर चल रहे अस्थाई निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए मेला उद्घाटन से पूर्व पूरा किए जाने के अधिकारियों को निर्देश जारी किए।
तीन किलोमीटर अस्थाई मार्ग का अधिकांश हिस्सा पुराना
मुख्य मेला स्थल तक जाने वाले अस्थाई मार्ग की बात करें तो लगभग तीन किलोमीटर लंबे अस्थाई मार्ग का अधिकांश शिक्षा पूर्व वर्ष में तैयार किया गया है। वर्तमान वर्ष में मार्ग का महज 10 फीसदी हिस्सा तैयार कर संपूर्ण मार्ग के भुगतान की तैयारी की जा रही है। मेले में अन्य अस्थाई निर्माण कार्यों का भी हाल इससे जुदा नहीं है। कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले का अधिकांश हिस्सा और मार्ग पहले से तैयार है। जिला पंचायत द्वारा जारी 49 लाख रुपये का बजट का खर्च किया जा रहा लोगों के लिए रहस्य से कम नही।
क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी
मेला जेई अभय सिंह का बयान भी मेले के बजट की तरह ही नजर आ रहा है। जेई अभय सिंह का कहना है कि उन्हे जानकारी नहीं कि मेले में किस कार्य पर कितना बजट खर्च किया जायेगा। जल्द ही जानकारी कर बताया जायेगा। वहीं, मेला स्थल तक पहुंचने के लिए बनाई जाने वाली सड़क की लंबाई की जानकारी भी उन्हें नहीं है। जबकि विभागीय अधिकारियों की माने तो मेले स्थल का तमाम बजट जेई अभय सिंह द्वारा बनाया गया। इसके बाद जेई का इस तरह का बयान एकदम हास्यपद ही नजर आ रहा है।
मखदूमपुर मेले का उद्घाटन 23 को
जिल पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने बताया कि हस्तिनापुर ब्लॉक क्षेत्र में गंगा के तट पर मखदूमपुर मेले का 23 नवंबर को उद्घाटन किया जाएगा। जिसमें भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, प्रदेश राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर, दिनेश खटीक, बागपत सांसद डा. सत्यपाल सिंह, राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी, विजयपाल तोमर, जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज आदि भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि मेले की तैयारियों जोर शोर से चल रही हैं।