जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: देश की जांच एजेंसी ईडी ने आज शनिवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के कई ठिकानों पर छापेमारी में अकूत संपत्ति मिलने का दावा किया है। ईडी की माने तो छापेमारी में 600 करोड़ रूपए की संपत्ति गैर कानूनी तरीके अर्जित की गई पायी गई है। इतना ही नहीं छापे में जेवरात के साथ बड़ी मात्रा में नकदी भी बरामद की गई है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव के परिजनों और उनके सहयोगियों के खिलाफ नौकरी के बदले जमीन केस से संबंधित मनी लांउड्रिंग के आरोपों की जांच ईडी यानि प्रर्वतन निदेशालय कर रही है।
ईडी ने लालू प्रसाद यादव और परिजनों के 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में लालू प्रसाद की तीन बेटियों और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के ठिकानों समेत 20 से अधिक परिसरों पर छापा मारा है। ईडी ने लालू के समधी और सपा नेता जितेंद्र यादव के गाजियाबाद स्थित आवास पर भी छापेमारी की कार्रवाई की है।
सूत्रों ने बताया है कि छापे में 53 लाख नकद, 1,900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलो सोने के आभूषण जब्त किए गए हैं। राजद नेता मनोज झा ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ छापे बिहार में पिछले साल अगस्त में सरकार बदलने की प्रतिक्रिया हैं।
दरअसल, यह मामला, लालू प्रसाद यादव के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए उनके परिजनों को तोहफे में भूखंड मिलने या इसे काफी कम कीमत पर उन्हें बेचने के बदले रेलवे में नौकरी दिए जाने से अधिकारियों ने बताया। यह कार्रवाई पटना, फुलवारी शरीफ, दिल्ली-एनसीआर, रांची व मुंबई में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की बेटियों रागिनी यादव, चंद्रा यादव, हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना से जुड़े परिसरों पर की गई है। लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दक्षिण दिल्ली स्थित एक घर पर भी छापा मारा गया।