जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम/ मेरठ: पूर्व विधायक ठा. संगीत सोम के समर्थक से पल्लवपुरम थाने पर तैनात चालक और सिपाही से रिश्वत मांगने का मामला भारी पड़ गया। पूर्व विधायक की शिकायत के बाद एसएसपी ने जांच बैठाते हुए इस मामले में संलिप्त इंस्पेक्टर पल्लवपुरम और थाने का चालक और सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया।
क्षेत्र के गांव धंजू निवासी एक व्यक्कित पूर्व विधायक संगीत सोम के समर्थक से थाने पर तैनात चालक सुरेंद्र द्वारा वसूली के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इसकी शिकायत समर्थक ने पूर्व विधायक संगीत सोम को दी। संगीत सोम ने डीजीपी को फोन कर मामले की जानकारी दी। डीजीपी ने एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर को फोन करके पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। एडीजी ने एसएसपी से बात कर प्रकरण को गंभीरता से देखने के लिए निर्देशित किया। एसएसपी ने प्रकरण की जांच एसपी क्राइम अवनीश कुमार को सौंपी। समर्थक के पहले बयान एडीजी कार्यालय पर दर्ज हुए। इसके बाद एसपी क्राइम के यहां बयान दर्ज हुए। समर्थक ने बातचीत की आॅडियो और ट्रांजेक्शन के प्रिंट भी अधिकारियों को उपलब्ध कराए गए।
पूर्व विधायक की शिकायत की पुष्टि होने के बाद एसएसपी डा. विपिन ताड़ा ने इंस्पेक्टर अखिलेश गौड़ को पल्लवपुरम थाने के प्रभार से हटाते हुए स्वाट टीम का प्रभारी बना दिया है। साथ ही, थाने का चालक सुरेंद्र और सिपाही रोहित शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया। एसएसपी के आदेश के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। एसएसपी ने रमेश चंद्र शर्मा इंस्पेक्टर देहली गेट को पल्लवपुरम थाने का प्रभारी निरीक्षक बनाया है। जबकि देहली गेट थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच के कमलेश को दिया गया है। बता दें कि पल्लवपुरम थाना प्रभारी अखिलेश गौड़ पल्लवपुरम में कुत्ते विवाद को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट को लेकर विवादों में घिरे हुए थे। वे भाजपा नेताओं तथा हिंदूर संगठनों की नहीं सुन रहे थे। जिस पर प्रकरण में उनकी भूमिका को लेकर भाजपा नेताओं के साथ-साथ हिंदू संगठनों के लोग भी लगातार आला अफसरों से थाना प्रभारी की शिकायत कर रहे थे।
थाना क्षेत्र के ग्राम महलका में पिछले दिनों वर्चस्व को लेकर हुई फायरिंग के मामले नामजद ग्राम प्रधान को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। ग्राम महलका में पिछले दिनों दो पक्षों में वर्चस्व की लड़ाई में फायरिंग हो गई थी। इस घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए थे। घटना को लेकर अलर्ट मोड पर हुई पुलिस ने क्रॉस केस के साथ एक दारोगा की ओर से भी मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के मुकदमे में दोनों पक्षों के 17 लोग नामजद किए गए थे। पुलिस ने घटना वाले दिन दोनों पक्षों के चार लोगों को तथा बाद में एक आरोपी को अस्पताल से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
इस मामले में कप्तान डॉ. विपिन ताड़ा ने जमीनी स्तर पर गोपनीय जांच भी कराई थी। इस केस में मोस्ट वांटेड बने प्रधानी के संभावित उम्मीदवार आंसू, आरिफ सरसवा तथा महलका के प्रधान असलम की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही थी। उनकी गिरफ्तारी में विलंब होने के कारण स्थानीय पुलिस को अफसरों की नाराजगी भी झेलनी पड़ रही थी। आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी पुलिस को शुक्रवार को सफलता मिल गई। पुलिस ने ग्राम प्रधान असलम को मुखबिर की सूचना पर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। शेष आरोपी अभी फरार चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह गिरफ्तारी दिल्ली से हुई ही है। महलका फायरिंग का यह मामला सुर्खियों में चल रहा है। पुलिस द्वारा इस प्रकरण में बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।