Tuesday, June 17, 2025
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Tag: मनुष्य

चिंताओं का मकड़जाल

चंद्र प्रभा सूद |जब तक मनुष्य चिंता रूपी शत्रु पर नियंत्रण नहीं कर लेता, उसे कष्ट उठाना ही पड़ता है। कुछ चिंताएं होनी स्वाभाविक...

सहज पके सो मीठा होए

चंद्र प्रभा सूदप्रत्येक कार्य को योग्यतापूर्वक करना चाहिए। उसके सभी पक्षों पर मनन करके ही उसे सम्पन्न करना चाहिए। आवश्यक नहीं है कि हड़बड़ाहट...

जरूरी है जीव-जंतुओं की मौजूदगी

जुलाई-2018 में उत्तराखंड हाई कोर्ट ने एक आदेश में कहा था कि जानवरों को भी इंसान की ही तरह जीने का हक है। वे...

परछाई और दौड़

अमृतवाणीहर मनुष्य अपने दैनिक जीवन में परछाई को पकड़ना चाहता है। सामान्यत: परछाई पकड़ में नहीं आती। हम कोशिश करते रहते हैं, हालांकि...

दरिद्र कौन ?

अमृतवाणीक्या तुम मनुष्य हो? प्रेम में तुम्हारी जितनी गहराई हो, मनुष्यता में उतनी ही ऊंचाई होगी। और परिग्रह में जितनी ऊंचाई हो, मनुष्यता में...
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