Saturday, April 20, 2024
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टीबी उन्मूलन: गाजियाबाद की तर्ज पर जनजागरूकता के लिए अभिनव प्रयोग

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  • सीएमओ और डीटीओ के हर पत्र के साथ पढ़ने को मिलेंगे टीबी के लक्षण
  • क्षय रोग विभाग की रिपोर्ट के लिफाफे भी करेंगे टीबी के प्रति जागरूक

जनवाणी संवाददाता |

सहारनपुर: सन् 2025 तक टीबी उन्मूलन की दिशा में क्षय रोग विभाग कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। तरह-तरह की योजनाओं के जरिये मरीजों को लाभान्वित करने के साथ ही जनजागरूकता पर भी पूरा जोर दिया जा रहा है। अब एक और अनूठी पहल की जा रही है। अब सीएमओ और जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) कार्यालय से पत्र भेजने के लिए प्रयोग किये जाने वाले लिफाफों और टीबी जांच रिपोर्ट के लिफाफों पर टीबी के लक्षण और अन्य जानकारियों के साथ हेल्पलाइन नंबर अंकित करने की योजना बनायी गयी है। इस योजना के क्रियांवयन के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव मांगलिक से अनुमति मांगी गयी है।

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. सर्वेश सिंह ने कहा टीबी को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा रहा है। क्षय रोग को लेकर जब लोग जागरूक होंगे तभी संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकेगा। टीबी को हराने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। खासकर ग्रामीण इलाकों में लोग इलाज में लापरवाही बरतते हैं। जब संक्रमण बढ़ जाता है, तब मरीज चिकित्सकों तक पहुंचते हैं। ऐसे में जागरूकता लाना बहुत जरूरी है। इसीलिए जनजागरूकता कार्यक्रमों के साथ ही जनजागरण के अन्य प्रयास भी किए जा रहे हैं। लक्षण और अन्य जानकारी के साथ लिफाफों को माध्यम बनाने की विभाग की योजना है। चूंकि गाजियाबाद में यह प्रयोग शुरू कर दिया गया है। यहां भी जागरूकता के लिए विभागीय लिफाफों को माध्यम बनाने का प्लान कर लिया गया है। डा. सर्वेश सिंह ने बताया – विभाग में जांच रिपोर्ट के लिए जो लिफाफे तैयार किए जाते हैं, उन पर टीबी के बारे में जरूरी जानकारी अंकित कराई जाएगी। दरअसल, रोगी जब इस रिपोर्ट को लेकर जाएगा तो जो भी उस लिफाफे को देखेगा, वह टीबी संक्रमण के बारे में अवगत हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि- रिपोर्ट चूंकि काफी दिनों तक घर पर रखी रहती है, लिहाजा जो भी उस रिपोर्ट को देखेगा, टीबी के बारे में उसके जेहन में अलार्म जरूर बजेगा। इससे टीबी के खिलाफ लड़ाई को जनांदोलन बनाने में मदद मिलेगी और क्षय रोग विभाग का स्लोगन-टीबी हारेगा, देश जीतेगा सही मायने में चरितार्थ हो सकेगा।

कई संस्थाओं और खासकर आईटीसी इंडियन टोबैको कंपनी ने 1600 टीबी रोगियों को गोद लिया है, लिहाजा उसकी ओर से जो थैले पुष्टाहार वितरण के लिए तैयार किए जाएंगे, उस पर टीबी को लेकर सावधानियां, लक्षण आदि के  बारे में जानकारियां अंकित कराने की योजना है। अन्य संस्थाओं से भी रायशुमारी कर ली गई है।

टीबी के 23 नए मरीज मिले, इलाज शुरू

डीटीओ ने बताया कि गत 16 जनवरी को निक्षय दिवस मनाया गया था। जितने बलगम की जांच हुई, उसमें 23 मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई है। इन सब का फौरी तौर पर इलाज शुरू कर दिया गया है।

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