Friday, April 19, 2024
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27 सालों से फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहीं शिक्षिका

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  • 1994 से उर्दू शिक्षिका कर रही फर्जी जाति प्रमाणपत्र पर नौकरी
  • जाली सूची बना विभाग को दी, जिसमें खुद को सामान्य जाति का बताया
  • विभागीय जांच में साबित हुआ फर्जीवाड़ा, 134 शिक्षकों को विभाग ने जारी किया नोटिस

मेरठ: दूसरों के हक पर डाका डालते हुए जाली दस्तावेजों के द्वारा नौकरी करने वाली शिक्षिका के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है।

ऐसे 134 शिक्षकों को विभाग द्वारा नोटिस जारी कर उनसे शपथ पत्र मांगे गए है। आरोपी शिक्षिका पर जल्द गिर सकती है गाज। शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है जिसमें निगहत जमील नाम की महिला ने 1994 में बैकवर्ड कैटेगिरी के लिए निकाली गई उर्दू शिक्षकोंं की भर्ती में अपनी जाति का जाली प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल कर ली।

इसके बाद जावेद सलीम नाम के व्यक्ति ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत शासन स्तर तक कर दी। जिसके बाद बीएसए कार्यालय द्वारा जांच की गई जिसमे शिकायत सही पाई गई।

उधर, फर्जीवाड़ा साबित होने पर विभाग ने सूची मांग ली है। जावेद सलीम की शिकायत के बाद बीएसए द्वारा जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद विभाग ने आरोपी शिक्षिका से वह सूची मांगी, जिसमें उसका नाम था, इसके बाद आरोपी शिक्षिका ने फिर से फर्जीवाड़ा करते हुए जाली सूची विभाग को सौंपी, जिसमें उसने बताया कि वह सामान्य श्रेणी से भर्ती हुई, लेकिन विभाग के रिकार्ड में उसकी नियुक्ति बैकवर्ड कोटे में दर्ज है।

यानी शिक्षिका कितनी शातिर है, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

शिक्षिका से शपथपत्र मांगा जो अभी तक नहीं दिया

विभाग द्वारा शिक्षिका से अपने द्वारा जमा किए गए सभी दस्तावेज सही है, इसको लेकर दो बार शपथपत्र की मांग करते हुए नोटिस जारी किया, लेकिन शिक्षिका ने उसको भी गंभीरता से नहीं लिया और अभीतक भी नोटिस का जवाब नहीं दिया

अब शिक्षिका विभाग की जांच में सहयोग नहीं कर रही है जिसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई होनी तय है।

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