- पुलिस ने गोताखोर तैनात कराने को लिखा पत्र, सिंचाई विभाग के चीफ ने किया पुल का निरीक्षण
- पुल प्रकरण: गन्ना किसानों और ग्रामीणों के सामने खड़ी हुई समस्या
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: क्षेत्र के सलावा गांव के निकट छोटी गंगनहर पर बना पुल टूटने से हुए हादसे में सिस्टम की लापरवाही सामने आ रही है। सपा सरकार में हुए सड़क चौड़ीकरण में इस पुल का निर्माण भी शामिल था। मगर लोक निर्माण विभाग पुल को हजम कर गया। अब यह पुल टूट गया है तो अधिकारी भागदौड़ करने में लगे हैं। उसमें भी अभी नूरा कुश्ती हो रही है। सिंचाई विभाग और पीडब्ल्यूडी एक-दूसरे केक पाले में गेंद डाल रहा है।
हादसे के 24 घंटे बाद भ कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो सकी है। जिसके चलते गन्ना किसानों और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, छोटी पटरी पर लोगों के आवागमन नहीं रुक रहा है। जो कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकता है। मामले में पुलिस ने आलाधिकारियों को पत्र लिखकर गोताखोर तैनात कराने की मांग की है।
ब्रिटिश कालीन यह पुल इस्तेमाल करने लायक नहीं था। दशकों से पुल के निर्माण की मांग की जा रही थी। अब सामने आया है कि सपा सरकार में जिस समय सरधना से नवाबगढ़ी और सलावा होते हुए सड़क का चौड़ीकरण किया गया था, पूरे स्टीमेट में पुल भी शामिल था। मगर लोक निर्माण विभाग ने पुल बनवाना जरूरी नहीं समझा। मजबूरी में लोग इसी पुल से आवागमन करते रहे। जो शनिवार को भरभराकर ध्वस्त हो गया। मामले में 24 घंटे बीतने के बाद भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो सकी है।
जिसके चलते गन्ना किसानों और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुगर मिलों को गन्ने की सप्लाई बंद हो गई है। लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग के अधिकारी एक दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं।
रविवार को दोनों विभाग के अधिकारियों ने पुल का निरीक्षण किया। मगर समाधान कुछ नहीं हो सका। वहीं, मजदूरी में पुल के पास बनी छोटी पटरी से लोग पैदल आवागमन कर रहे हैं। जो बड़े हादसे का कारण बन सकता है। पुलिस ने मामले में आलाधिकारियों को पत्र लिखकर गोताखोर तैनात कराने की मांग की है।
सड़क के साथ बनना था पुल
कुछ वर्ष पूर्व सलावा मार्ग का चौड़ीकरण किया गया था। नवाबगढ़ी से होते हुए सलावा दादरी तक मार्ग का सपा सरकार में चौड़ीकरण हुआ था। इस मार्ग के बीच में ही यह पुल पड़ता है। स्टीमेट के तहत इस पुल का निर्माण होना था। मगर पीडब्ल्यूडी ने पुल बनवाना जरूरी नहीं समझा। जिसका खामियाजा आज लोग भुगत रहे हैं।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
रविवार को सिंचाई विभाग के चीफ संदीप कुमार व एक्सईएन नीरज लांबा ने टीम के साथ पुल का निरीक्षण किया । लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। तय किया गया है कि पीडब्ल्यूडी पुल का निर्माण कराएगा। फिलहाल मौके पर समस्या जस की तस बनी हुई है।
यह पुल सड़क चौड़ीकरण के प्रोजेक्ट में शामिल था। लोक निर्माण विभाग ने सड़क तो उस समय बना दी थी, लेकिन पुल नहीं बनवाया था। तय हुआ है कि पीडब्ल्यूडी जल्द इस पुल का निर्माण कराएगा। आज चीफ संदीप कुमार भी निरीक्षण करने आए थे। -नीरज लांबा, एक्सईएन सिंचाई विभाग