- कलक्ट्रेट और कचहरी में बेइंतहा गाड़ियों के आने से घंटों जाम में फंसे रहे वाहन चालक
- नासूर बनता जा रहा कचहरी का जाम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सोमवार को शहर के तमाम चौराहों पर भीषण जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कलक्ट्रेट और कचहरी में बेइंतहा गाड़ियों के आने से घंटों लोग फंसे रहे, लेकिन इस जाम को खुलवाने के लिये न तो पुलिस आई और न ही कर्मचारियों ने कोई प्रयास किया। वहीं कचहरी के बाहर लगने वाली पार्किंग के कारण भी कचहरी पुल का जाम भीषण गर्मी में लोगों के लिये मुसीबत का सबब बन गया।
अमूमन सोमवार को कचहरी के आसपास जाम लगा रहता है, लेकिन इस सोमवार ने लोगों को ज्यादा कष्ट दिया। सुबह 11 बजे से लेकर चार बजे तक कचहरी पुल पर जाम की स्थिति बनी रही। मेरठ कालेज के नाले और पीएल शर्मा रोड से आने वाले वाहनों ने जहां जाम को कष्टकारी बनाया वहीं कचहरी के गेट पर लगने वाली पार्किंग में वाहनों के बेतरतीबी से खड़े होने के कारण भी जाम लगा रहा।
जाम के कारण कई अधिकारियों की गाड़ियां भी फंसी, लेकिन ट्रैफिक पुलिस के बार बार प्रयास करने के बाद भी जाम से मुक्ति नहीं मिली। इस पुल पर जाम लगा होने से लोगों ने मेघदूत पुलिया से निकलने की कोशिश की तो वहां भी जाम लग गया। वहीं दूसरी तरफ कलक्ट्रेट के अंदर कारों ने जाम लगा दिया।
एडीएम सिटी आफिस से लेकर जिला पंचायत आफिस तक सड़कों के किनारे कार खड़ी करके लोग चले गए जिस कारण दूसरे वाहनों को निकलने में दिक्कत हुई और देखते देखते जाम लग गया। डीएम आफिस के सामने भी जाम के कारण कई बार झड़पें भी हुई।
साइकिल स्टैंड का ठेका निरस्त, फिर भी पार्किंग
एक यक्ष सवाल उठ रहा है कि जब मेरठ बार एसोसिएशन ने कचहरी के बाहर के साइकिल स्टैंड के ठेकों को निरस्त कर दिया और इसकी सार्वजनिक सूचना भी जारी कर दी गई फिर इस ठेके को अब कौन चला रहा है। एडवोकेट नरेन्द्र शर्मा का कहना है कि अब कौन लोग कचहरी परिसर के बाहर साइकिल स्टैंड से अवैध कमाई कर रहे हैं।
जिनको बार एसोसिएशन और नगर निगम का खौफ नहीं है। मेरठ बार एसोसिएशन को इसका संज्ञान लेना चाहिये अन्यथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश वेलफेयर मुख्यमंत्री, बार और नगर निगम को पत्र लिखकर संज्ञान कराएगा।