- जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वरिष्ठ सहायक को किया निलंबित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेन्द्र कुमार ने फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाने वाली शिक्षिका के संबंध में मांगी गई जानकारी देने के बजाय उसका बचाव करने वाले वरिष्ठ सहायक को निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश जारी करते हुए बताया गया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतमबुद्धनगर के कार्यालय से दो फरवरी 2021 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मेरठ को सम्बोधित एक पत्र प्रेषित किया,
जिसमें सुषमा रानी (स.अ.) प्रा.वि. कनावनी खंड क्षेत्र बिसरक व सुषमा रानी (प्र.अ.) प्रा.वि. धीरखेड़ा विकास क्षेत्र खरखौदा (मेरठ) के पेनकार्ड मैच हो जाने के कारण शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्र व पेनकार्ड की छायाप्रति उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया था। जो पत्र डिस्पेचर ने छह फरवरी 2021 को प्रदीप कुमार बंसल वरिष्ठ सहायक को उपलब्ध करा दिया था।
जिसके अनुपालन में पटल सहायक ने सम्बन्धित के पत्राजात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतमबुद्धनगर को प्रेषित कर दिए थे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतमबुद्धनगर के कार्यालय से छह अप्रैल 2021 को प्रेषित पत्र में अवगत कराया था कि जनपद मेरठ में कार्यरत सुषमा रानी (प्र.अ.) के शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्र फर्जी हैं। विधिक कार्रवाई की जाए। इसके बावजूद उपरोक्त सहायक ने तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के सम्मुख पत्रावली 29 मई 2021 को प्रस्तुत की।
जबकि तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्थानांतरण तक उनके सम्मुख सुषमा रानी की पत्रावली प्रस्तुत नहीं की गई। 19 जुलाई 2021 को योगेन्द्र कुमार के कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त वरिष्ठ सहायक ने सुषमा रानी की पत्रावली के सम्बन्ध में अवगत नहीं कराया। इस बीच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतमबुद्धनगर के पत्रांक 10 मई 2022 को उनके सम्मुख प्रस्तुत करने में शिथिलता बरती गई।
उक्त कृत्य से यह स्पष्ट होता है कि प्रदीप बंसल, पटल सहायक की ओर से जान बूझकर फर्जी शिक्षिका का बचाव किया जा रहा था। इस कृत्य में लिप्त प्रदीप कुमार बंसल वरिष्ठ सहायक को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलम्बित कर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय मेरठ से सम्बद्ध किया गया है। जबकि प्रकरण की जांच करने के लिए शिव कुमार खंड शिक्षा अधिकारी दौराला व सतेन्द्र कुमार खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र, मेरठ को नामित किया गया है।