Saturday, July 27, 2024
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कॉम्प्लेक्स का कर दिया निर्माण, पार्किंग कहां हैं?

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  • मेडा इंजीनियरों की करीम होटल की तरह इसमें भी हो सकती है किरकिरी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: सैकड़ों ऐसे मामले हैं, अवैध निर्माण पर मेडा ने सील लगाई थी, लेकिन सील तोड़कर प्रतिष्ठान चालू कर दिए गए। करीम होटल पर जिस तरह से मेडा उपाध्यक्ष ने जिस तरह से संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू की है। अब जल्द ही कंकरखेड़ा और रोहटा रोड पर लगी सील के मामले में जल्द गाज गिर सकती है। अब मेडा उपाध्यक्ष की निगाहें अब तिरछी हो गई है। अब ऐसे अवैध निर्माणों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। ये तस्वीर छिपी टैंक स्थित चेतन मेडिकल कॉम्प्लेक्स के ठीक सामने की हैं। लंबे समय से खाली पड़े मकान को तोड़कर कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा हैं।

निर्माणाधीन बिल्डिंग पर लिख दिया गया है कि मानचित्र मेरठ विकास प्राधिकरण से स्वीकृत हैं। बड़ा सवाल ये है कि इसकी कोई पार्किंग यहां नहीं छोड़ी गई हैं। तीसरी मंजिल तक इसका निर्माण कर दिया गया। पहले ही यहां पर पार्किंग की बड़ी समस्या हैं। चेतन मेडिकल कॉम्प्लेक्स के पास कोई पार्किंग नहीं हैं। पास में हाल ही में बने मृत्यु हॉस्पिटल के पास कोई पार्किंग नहीं हैं। इसी तरह से तान्या आॅटो मोबाइल के पास भी पार्किंग नहीं हैं। इससे आगे चलकर चौरसिया नर्सिंग होम है, इसकी भी कोई पार्किंग नहीं हैं।

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दर्जन भर से ज्यादा यहां पर डॉक्टरों के क्लीनिक हैं, जिनके पास भी पार्किंग नहीं हैं। ऐसे में ऊपर से एक और कॉम्प्लेक्स यहां पर बनाया जा रहा हैं। इसका मानचित्र मेडा ने कुछ आवासीय में और कुछ व्यवसायिक पास कर दिया हैं, लेकिन इसका निर्माण पूरा व्यवसायिक चल रहा हैं। इसमें भी कोई रोका-टोकी मेडा के इंजीनियर नहीं कर रहे हैं। ये ठीक वैसा ही मामला सामने आयेगा, जैसा करीम होटल की बिल्डिंग को लेकर मेरठ विकास प्राधिकरण की किरकिरी हो रही है, इसी तरह की इसमें भी किरकिरी हो सकती हैं, लेकिन इंजीनियर घबरा नहीं रहे हैं।

ये तो तब है जब प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय बेहद सख्त मिजाज अफसर हैं, लेकिन इसके बावजूद शहर पर अवैध निर्माणों को बोझ डाला जा रहा हैं। पहले मृत्यु हॉस्पिटल पर सील लगी, वर्तमान में सील तोड़कर हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा हैं। सील तोड़ने पर मेडा की तरफ से कोई एफआईआर दर्ज नहीं करायी गयी। एक तरह से मेडा इंजीनियर और अफसरों ने इसको लेकर आंखें बंद कर ली। पार्किंग की समस्या झेल रही है जनता। इसी तरह से जो वर्तमान में निर्माण चल रहा है, उसमें भी ये दिक्कत आयेगी।

पार्किंग इसके पास भी नहीं हैं। तीन मंजिल तक इसका निर्माण किया जा रहा हैं, जिसमें कितने वाहन पार्क होने चाहिए, उसकी क्षमता के अनुसार तो यहां पर जगह भी नहीं हैं। फिर भी मेडा ने कैसे हरी झंडी दे दी। इसमें निर्माण रात-दिन किया जा रहा हैं। ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग की बात की जा रही हैं, लेकिन मौके पर बिल्डिर अभी से ग्राउंड फ्लोर पर भी दुकान का मानचित्र दिखाकर लोगों को दुकान बेच रहे हैं। इस तरह से तो वाहनों का दबाव सड़क पर ही होने वाला हैं। वर्तमान में भी वाहन सड़क पर ही खड़े हो रहे हैं। इस समस्या को लेकर कोई भी गंभीर नहीं हैं।

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