- डीपीआरओ व वरिष्ठ सहायक के निलंबन की मांग को लेकर आंदोलनरत है पंचायत सचिव
- सचिवों ने भूख हड़ताल खत्म करने से किया इंकार, भूख हड़ताल व धरना निलंबन तक जारी रहेगा
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: विकास भवन परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे दो सचिवों की हालत बिगड़ गयी, जिसके बाद सचिवों को खुद ही वहां डॉक्टरों की टीम का बुलाना पड़ा और उनका उपचार कराया, लेकिन उन्होंने भूख हड़ताल खत्म करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक डीपीआरओ व वरिष्ठ सहायक का निलंबन नहीं हो जाता तब तक वह भूख हड़ताल व धरना समाप्त नहीं करेंगे और किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटने वाले है।
विकास भवन परिसर में पंचायत सचिवों व वीडीओ ने डीपीआरओ व वरिष्ठ सहायक के निलंबन की मांग को लेकर मोर्चा खोल रखा है और उनपर भरष्टाचार का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग पर अडे है। धरना स्थल पर दो सचिवों ने भूख हड़ताल कर रखी है और इसके चलते सचिव जौनी चौधरी व विकुल तोमर की हालत बिगड़ गयी और प्रशासन ने वहां स्वास्थ्य परीक्षण के लिए टीम भेजना भी उचित नहीं समझा।
जिसके बाद सचिवों को खुद ही उनकी जांच कराने के लिए वहां डॉक्टरों को बुलाना पड़ा, लेकिन वह कार्रवाई तक अपनी भूख हड़ताल समाप्त नहीं करना चाहते। कहा कि यदि उनकी जान भी चली गई तो वह पीछे नहीं हटेंगे। जिलाध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने कहा कि प्रशासन की इस तानाशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वह कार्रवाई न होने तक भूख हड़ताल व धरना जारी रखेंगे।
उनके धरने को सिंचाई संघ नलकूप खंड के अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह व मंत्री जगदीश प्रसाद ने पहुंचकर समर्थन दिया और कहा कि वह उनके आंदोलन में साथ खड़े है। इस मौके पर कृष्ण कुमार तोमर, सुनील बंसल, बुद्धप्रकाश, अनिल वर्मा, पवन राणा, रवि कुमार, संजय खोखर, गौरव राणा, नितिन शर्मा, महक सिंह, मुकेश यादव, मनीष कुमार, अनिल मान, अजय बोहत, रविन्द्र यादव, संदीप कुमार आदि मौजूद रहे।