- महंगी कारों के प्रति भारतीयों की दीवानगी का फायदा उठाएंगी विदेशी कंपनियां
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अगर कारों के अन्तर्राष्ट्रीय बाजार की बात करें तो इसमें शाही महलों की कीमतों जितनी कारें मौजूद हैं। यह कीमतें इतनी कि सुनकर आप चौंक जाएं। दुनिया की सबसे महंगी कार का खिताब वैसे तो मर्सिडीज बेंज 300 एसएलआर उहलेनहॉट कूप के नाम है जिसे 142 मिलियन डॉलर (1100 करोड़ रुपये) से अधिक कीमत में नीलाम किया गया। इसके अलावा इंटरनेशनल मार्केट में कई और कंपनियों की कारें भी कई-कई 100 करोड़ रुपये में मौजूद हैं, लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं भारत में पसंद की जाने वाली उन भारतीय व विदेशी कंपनियों की कारों की जिसे लोग करोड़ों रुपयों में खरीदने तक से भी नहीं हिचक रहे हैं।
दरअसल, कारों के प्रति भारतीयों की इसी दीवानगी को देखते हुए कई कंपनियां वर्ष 2023 में कई नई यूनिट्स उतारने जा रही हैं। इनमें पेट्रोल के अलावा इलैक्ट्रिक यूनिट्स भी शामिल हैं। लग्जरी कार बनाने वाली जर्मन बेस्ड कंपनी मर्सिडीज बेंज इस साल भारतीय बाजार में 10 नए वाहन पेश करेगी। इनमें से ज्यादातर की कीमतें एक करोड़ से ऊपर हैं। इसी प्रकार एक और कम्पनी स्कोडा भी भारतीयों की कारों के प्रति दीवानगी को देखते हुए इलेक्ट्रिक कारें बाजार में उतारने जा रही हैं।
स्कोडा भारतीय बाजार में अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी एन्याक आईवी इसी वर्ष बाजार में उतारने जा रही है। लोगों को इसका बेसब्री से इंतेजार भी है। गौरतलब है कि स्कोडा कंपनी के रिकॉर्ड के अनुसार भारत यूरोप से बाहर पहला सबसे बड़ा बाजार है। इसके अलावा कुछ स्वदेशी कंपनियां फोर व्हीलर के सीएनजी संस्करण भी बाजार में उतारने जा रही हैं।
मार्केट सूत्रों के अनुसार हाल ही में हुए एक सर्वे में भारतीयों का दिल कारों के लिए धड़कता है। यहीं कारण है कि ज्यादातर कंपनियां भारतीय बाजारों में कार बेचने में खासी दिलचस्पी दिखाती हैं। वर्ष 2023 भारतीय कार दीवानों के लिए एक अच्छा वर्ष साबित हो सकता है।
दुनिया की सबसे महंगी कारें
- रॉल्स रॉयल बोट टेल (223 करोड़ रुपये)
- बुगाटी कंपनी की ला वॉयचर नॉयर (106 करोड़ रुपये)
- रॉल्स रॉयल कंपनी की स्वेप्टटेल (102 करोड़ रुपये)
- बुगाटी कंपनी की सेंटोडाइसी (72 करोड़ रुपये)
- मर्सिडीज कंपनी की मायबैक एक्सेलेरो (63 करोड़)