Saturday, July 27, 2024
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महानगर में टंकी की पाइन लाइन में लीकेज की समस्या बनी नासूर

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  • साकेत में फटी टंकी की पाइप लाइन, सड़क पर हुआ जलभराव
  • लाखों लीटर शुद्ध पीने का पानी हुआ बर्बाद
  • आये दिन दर्जनभर से अधिक जगहों पर बनी रहती है, लीकेज की समस्या

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: बुधवार को वार्ड-32 साकेत में पेट्रोल पंप के निकट टंकी की पाइप लाइन के फटने से सड़क पर जलभराव हो गया। गर्मी के मौसम में लाखों लीटर शुद्ध पेयजल पीने का पानी बर्बाद हो गया। सूचना पर नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और घंटो की मशक्कत के बाद टंकी की फटी पाइप लाइन को ठीक कराया और पेयजल आपूर्ति को सुचारू कराया। इस दौरान लोगों के घरों में पेयजल आपूर्ति बाधित रही।

लोग पीने के पानी को तरस गये। हर रोज दर्जनभर से अधिक शिकायतें नगर निगम में टंकी की पाइप लाइन के फटने एवं टंकी की पाइप लाइन में लीकेज के कारण उनके यहां दूषित पानी के घरों में परेशानी होने की शिकायत निगम में आ रही है। टंकी की पाइप लाइन में लीकेज की समस्या के कारण लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंचने की शिकायतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

बुधवार सुबह वार्ड-32 में टंकी की पाइप लाइन के फटने से कई मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई। टंकी की पाइप लाइन के फटने के कारण लाखों लीटर पीने का पानी बर्बाद हो गया और वह सड़क पर जलभराव के रूप में भर गया। इस दौरान सिविल लाइन, साकेत समेत वार्ड-32 की कई बस्ती में पानी की किल्लत पैदा हो गई। वहीं सड़क पर जो पानी बह गया वह जलभराव के रूप में जमा होने से राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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लोगों ने मामले की शिकायत नगर निगम में की जिसके बाद जल निगम की टीम मौके पर पहुंची और टंकी की फटी पाइप लाइन को ठीक कराने का कार्य शुरू कराया गया। सुबह करीब 10 बजे से फटी पाइप लाइन को ठीक कराने का कार्य शुरू किया गया और जोकि सांय चार बजे तक पूरा हो गया। इस दौरान घरों में पेयजल आपूर्ति बाधित होने के कारण लोग परेशान रहे।

महीने में टंकी की पाइप लाइन लीकेज की समस्या सैकड़ा तक पार कर जाती है। जिसमें टंकी की पाइप लाइन में लीकेज के दौरान अच्छी खासी तारकोल वाली सड़क में खुदाई करके लीकेज को ठीक कराया जाता है। जिसमें सड़क में उन जगहों पर गड्ढा बन जाता है। जिन जगहों पर लीकेज को ठीक कराया जाता है। उन जहों पर मिट्टी डालकर इतिश्री कर ली जाती है।

जिसमें वह मिट्टी कुछ दिनों में धंस जाती है और मार्ग से होकर गुजरने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन जिन जगहों पर लीकेज को बंद किया जाता है। उस जगह पर सड़क को पक्का नहीं कराया जाता। हाल ही में बच्चा पार्क के निकट दो दिन पूर्व पाइप लाइन के लीकेज होने पर चार जगहों से सड़क को खोदा गया और पाइप लाइन ठीक करने के बाद उसमें मिट्टी डालकर निगम की टीम ने इतिश्री कर ली।

जबकि उन जगह को भी दोबारा से पक्का कराया जाना चाहिए था। वहीं जल निगम के कर्मचारी पंकज सिंह ने बताया कि जिस जगह पर टंकी की पाइप लाइन में लीकेज हुई उस वार्ड में पानी की सप्लाई सुबह को पांच बजे से साढेÞ 9 बजे तक होती है।

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सांय पांच बजे से रात्रि दस बजे तक होती है। एक घंटा सुबह और एक घंटा शाम के समय रोस्टर के अनुसार दो घंटे पेयजल आपूर्ति बाधित रही। जिस जगह से टंकी की पाइप लाइन फटी थी वहां पर 12 फीट लंबाई का पाइप बदलवया गया, तब जाकर आपूर्ति सुचारू कराई।

लीकेज से सरधना में भी बिगड़ गये थे हालात

सरधना में नवंबर 2022 को टंकी की पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण मोहल्ला मंडी चमारान में लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंच गया। जिसमें दूषित पानी के पीने से चार लोगों की मौत हो गई और करीब सैकड़ों की संख्या में बीमार हो गये। दूषित पानी के पीने से हेजा जैसी महामारी फैल बस्ती में फैल गई। सरधना जैसे हालात बनने में देर नहीं लगेगी और दूषित पानी से पनप रही छोटी-छोटी बीमारियां महामारी का रूप भी ले सकती है।

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