जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश वेस्ट यूपी में मेरठ शहर के मंगतपुरम में 400 लोगों का धर्मांतरण कराने की साजिश में रविवार को पांच आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। तीन महिलाएं शनिवार को जेल गई थीं। मंगतपुरम निवासी छबीली उर्फ शिवा की भी पुलिस को तलाश है। जांच के बाद पुलिस ने रेलवे रोड निवासी अनिल पास्टर व दिल्ली निवासी महेश पास्टर को भी नामजद किया है। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस दिल्ली में दबिश दे रही है।
एसपी सिटी पीयूष सिंह की मानें तो अनिल पास्टर और महेश पास्टर इस पूरे प्रकरण के मुख्य साजिशकर्ता हैं। अनिल पास्टर का गुरु महेश पास्टर है। इन्होंने धर्मांतरण की पूरी प्लानिंग थी। चार सौ लोगों के धर्मांतरण के लिए फंडिंग भी की गई। महेश पास्टर की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली में दबिश दी गई, लेकिन अनिल, महेश का अभी तक सुराग नहीं लग सका है।
एसपी सिटी पीयूष सिंह ने मंगतपुरम जाकर जांच-पड़ताल की। उन्होंने बताया कि जो साक्ष्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ इंटेलीजेंस ने गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेज दी है। खुफिया एजेंसियों ने भी केंद्र सरकार को इस मामले की रिपोर्ट भेजी है।
रविवार को ये भेजे जेल
- अनिल पुत्र सरदार।
- बिनवा उर्फ बेनू पुत्र ललवा उर्फ ललऊ।
- सरदार पुत्र ठेको उर्फ छोटेलाल।
- निक्कू पुत्र सियाराम।
- बसन्त पुत्र सरदार
नोट: ये सभी मंगतपुरम की झुग्गियों में रहते थे और फैजाबाद के मवई के मूल निवासी हैं।
शनिवार को इन तीन महिलाओं को भेजा गया जेल
- तितली उर्फ सुनीता पत्नी सरदार।
- रीना पत्नी निक्कू।
- प्रेमा पत्नी ननकी।
नोट: तीनों महिलाएं मंगतपुरम की रहने वाली हैं।
ये नहीं आए हाथ
- अनिल पास्टर निवासी भटीपुरा रेलवे रोड।
- महेश पास्टर यानि अनिल पास्टर का गुरु निवासी दिल्ली।
3.छबीली उर्फ शिवा निवासी मंगतपुरम ब्रह्मपुरी।
जल्द होगी गिरफ्तारी
तीन आरोपी फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस को पुख्ता सूचनाएं मिली हैं। जल्द ही इन्हें पकड़ लिया जाएगा। –रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी
धर्मांतरण के लिए विदेशी फंडिंग की लाइन पर पुलिस की जांच
पुलिस मंगतपुरम में धर्मांतरण के मामले में विदेशी फंडिंग के तार तलाश रही है। अब तक की जांच के बाद पुलिस का कहना है कि मास्टरमाइंड अनिल पास्टर की महेश पास्टर से पुरानी मुलाकात है। अनिल पास्टर ने महेश को बताया था कि यदि कुछ लालच देंगे तो बड़े पैमाने में मंगतपुरम के लोग धर्म परिवर्तन करके इसाई समाज से जुड़ जाएंगे।
इसके बाद अनिल पास्टर ने कारोना काल के दौरान यहां पर महेश पास्टर की मुलाकात झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों से कराई और धर्म परिवर्तन का सिलसिला शुरू हो गया। पुलिस ने दिल्ली में अनिल पास्टर और महेश पास्टर की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश भी दी लेकिन सफलता नहीं मिली। सर्विलांस के जरिए पुलिस आरोपियों की लोकेशन तलाशने में जुटी है। पुलिस ने इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की सीडीआर भी खंगाली है।
आखिर आरोपियों को कहां से फंडिंग हो रही थी। इस मामले की जांच के लिए जहां मेरठ पुलिस लगी हुई है, वहीं इंटेलिजेंस भी जुटी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अनिल पास्टर और महेश पास्टर को गिरफ्तार करने के बाद ही फंडिंग के बारे में विस्तार से जानकारी हो सकेगी। प्रारंभिक जांच में विदेशी फंडिंग के तार जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।
फतेहपुर में धर्मांतरण का मास्टरमाइंड पादरी गिरफ्तार
हरिहरगंज चर्च में धर्म परिवर्तन के आरोपियों की तलाश में रविवार को पुलिस ने दबिश दी। पुलिस ने घटना में फरार चल रहे मास्टरमाइंड पादरी विजय मसीह को गिरफ्तार किया है। फिलहाल धर्मांतरण के खेल में शामिल 44 अन्य लोग फरार चल रहे हैं। पादरी को जेल भेजा गया है। करीब 20 दिन पहले धर्मांतरण कराने में शामिल विनय कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।