नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में सभी माह में आने वाली पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। ऐसे ही माघ माह में आने वाली तिथि को माघी पूर्णिमा कहा जाता है। इस बार यह तिथि महाकुंभ की वजह से विशेष महत्व रखती है, क्योकि इस दिन महाकुंभ में पवित्र स्नान का आयोजन होगा। यह दिन माघ स्नान का अंतिम दिन होता है और इसी दिन कल्पवास का समापन भी होता है। इस बार माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को मनाई जाएगी। माघ महीने के दौरान कुछ भक्त एक महीने तक प्रयाग के गंगा तट पर निवास करते हैं, जिसे कल्पवास कहा जाता है।
धार्मिक दृष्टिकोण से, माघ पूर्णिमा पर स्नान, दान और जाप करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन देवी-देवता गंगा स्नान के लिए पृथ्वी पर आते हैं। माघ पूर्णिमा के अवसर पर कुछ वस्तुओं का दान करना विशेष पुण्यदायी होता है। हालांकि, इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं का दान करना वर्जित है। यदि आप माघ पूर्णिमा के दिन इन वस्तुओं का दान करते हैं, तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि माघ पूर्णिमा के दिन किन चीजों का दान नहीं करना चाहिए।
इस दिन किन चीजों का दान नहीं करना चाहिए?
- माघ पूर्णिमा के अवसर पर कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से शनिदोष या चंद्रदोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे व्यक्ति को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- माघ पूर्णिमा के दिन लोहे की वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए।
- माघ पूर्णिमा के दिन काले रंग के कपड़ों का दान नहीं करना चाहिए।
- माघ पूर्णिमा के दिन चांदी की चीजों का दान नहीं करना चाहिए।
- माघ पूर्णिमा के दिन दूध का दान भी नहीं करना चाहिए।
- माघ पूर्णिमा के दिन नमक का दान नहीं करना चाहिए।
- माघ पूर्णिमा के दिन चाकू, सुई या कैंची का दान नहीं करना चाहिए।