Friday, April 26, 2024
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इस साल सावन के होंगे दो महीने

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  • तीन वर्ष बाद अधिमाह के चलते श्रावण मास बढ़ा रहा है साल के महीने
  • 22 मार्च चैत्र नवरात्रि के साथ शुरु हो रहा है हिंदू नववर्ष

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक भले ही न्यू ईयर 1 जनवरी से शुरू हो चुका हैं, लेकिन हिंदु कैलेंडर के मुताबिक नववर्ष की शुुरुआत चैत्र माह से मानी जाती है। हिंदु कैलेंडर के मुताबिक फिलहाल साल का अंतिम महीना फाल्गुन चल रहा है। वहीं चैत्र महीने की शुरुवात हो चुकी है। चैत्र माह हिंदू कैलेंडर का पहला महीना होता है। हिंदू नव वर्ष को देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है।

बता दें कि अंग्रेजी कैलेंडर में नए साल की तारीख फिक्स होती है और वह है 1 जनवरी हैं, लेकिन हिंदू नव वर्ष की तारीख में हर साल बदलाव होता है। इस साल हिंदू नव वर्ष का शुभारंभ चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 22 मार्च से होने जा रहा है। अंग्रेजी कैलेंडर की तरह ही हिंदू कैलेंडर में भी साल के 12 महीने माने गए हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल 12 महीने का एक साल होता है, लेकिन इस बार अधिक मास होने से इस नव वर्ष में 13 महीने होंगे।

महीनों के नाम और तिथि

  • 1- चैत्र माह 22 मार्च से 6 अप्रैल तक
  • 2- वैशाख माह 7 अप्रैल से 5 मई तक
  • 3- ज्येष्ठ माह 6 मई से 4 जून तक
  • 4- आषाढ़ माह 5 जून से 3 जुलाई तक
  • 5- श्रावण माह 4 जुलाई से 31 अगस्त तक (अधिक माह होने से यह महीना इस बार 60 दिन का होगा)
  • 6- भाद्रपद माह 1 सितंबर से 29 सितंबर तक
  • 7- आश्विन माह 30 सितंबर से 28 अक्टूबर तक
  • 8- कार्तिक माह 29 अक्टूबर से 27 नवंबर तक
  • 9- मार्गशीर्ष माह 28 नवंबर से 26 दिसंबर तक
  • 10- पौष माह 27 दिसंबर से 25 जनवरी तक
  • 11- माघ माह 26 जनवरी से 24 फरवरी तक
  • 12- फाल्गुन माह 25 फरवरी से 25 मार्च तक

चैत्र नवरात्रि से होती है हिंदू नव वर्ष की शुरुआत

हिंदू नव वर्ष के पहले दिन से चैत्र नवरात्रि शुरू होती है। हिंदू नव वर्ष के पहले दिन घरों में शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की जाती है और नौ दिन तक मां देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। माना जाता है कि हिंदू नव वर्ष के पहले दिन देवी दुर्गा की आराधना करने से जीवन में आने वाले कष्ट दूर होते हैं। वहीं सालभर सुख, समृद्धि बनी रहती है। इस बार चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से 30 मार्च तक रहेंगे।

इन नामों से पुकारा जाता है हिंदु नववर्ष

हिंदू नव वर्ष के दिन सिंधि समाज के लोग चेती चंड का पर्व मनाते हैं। महाराष्ट्र में इसे गुड़ी पड़वा पर्व के रूप में मनाया जाता है। कर्नाटक में युगादि के नाम से पहचाना जाता है। गोवा और केरल में कोंकणी समुदाय के लोग संवत्सर पड़वो कहते हैं। कश्मीर में नवरेह कहा जाता है। मणिपुर में सजिबु नोंगमा पानबा के पर्व के रूप में मनाया जाता है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में उगादी के नाम से जाना जाता है नव वर्ष।

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