- खत्म होती नजर नहीं आ रही चर्च सिटी स्कूल ठठेरवाड़ा की मैनेजमेंट कमेटी व प्रिंसिपल की रार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चर्च सिटी स्कूल ठठेरवाड़ा की प्रबंध समिति द्वारा स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति त्यागी के निलंबन को जारी रखना या फिर उसको खारिज करने का फैसला करने का बेसिक शिक्षा अधिकारी पर आज अंतिम दिन हैं। बीएसए के स्तर से इस पर यदि आज अंतिम निर्णय नहीं लिया जाता तो फिर ज्योति त्यागी एक बार फिर चर्च सिटी ठठेरवाड़ा की बतौर प्रधानाचार्य अधिकृत रूप से काम करने लेगेंगे।
इसको लेकर प्रबंध समिति और प्रिंसिपल के बीच रार और ज्यादा बढ़ने की बात को खारिज नहीं किय जा सकता। वहीं दूसरी ओर चर्च सिटी प्रबंध समिति और प्रिसिंपल ने एक दूसरे के खिलाफ पूरी तरह से मोर्चा खोला हुआ है। जिसके चलते दोनों के बीच की रार पर अभी विराम लगता नजर नहीं आ रहा है। इतना ही नहीं जानकारों का कहना है कि प्रबंध समिति व प्रिंसिपल के बीच की यह रार अभी बढ़नी है।
वहीं, दूसरी ओर प्रबंध समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा विगत दो सितंबर को जिलाधिकारी से मिले और पिछले दो साल से लंबित चल रहे प्रकरण की पत्रावली के निस्तारणका आग्रह किया। इस बीच जानकारी मिली है कि विवाद चर्च सिटी जूनियर हाईस्कूल ठठेरवाड़ा तक ही सीमित नहीं है। चर्च सिटी अंदरकोट व चर्च सिटी सदर में प्रधानाचार्य नियुक्ति को लेकर भी समिति ने आपत्ति जतायी है।
ये है पूरा मामला
चर्च सिटी स्कूल ठठेरवाड़ा की प्रबंध समिति द्वारा स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति त्यागी को तमाम गंभीर आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया गया। इसकी जानकारी प्रबंध समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा व रमेश गिल ने बीएसए को देते हुए अनुमोदन किए जाने का आग्रह किया। दरअसल शासन का नियम है कि किसी भी स्कूल की प्रबंध समिति केवल दो माह के लिए ही निलंबन का अधिकार रखती है।
निलंबन को यदि जारी रखना है तो उस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी का अनुमोदन अनिवार्य है। यदि ऐसा नहीं किया जाता मसलन बीएसए संबंधित स्कूल की प्रबंध समिति के निर्णय का अनुमोदन नहीं करते तो दो माह बाद निलंबन स्वत समाप्त हो जाएगा, जैसा कि ज्योति त्यागी के प्रकरण में होने की संभावना नजर आ रही है।
शिकायतों पर निलंबन
चर्च सिटी के प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि प्रधानाचार्य ज्योति त्यागी अनर्गल आरोप लगाकर आए दिन शिकायतें करती थीं। उनकी ओर से कहा गया कि प्रबंध समिति कालीतीत हो चुकी है। कई अन्य अनर्गल आरोप प्रबंध कमेटी के प्रबंधक रमेश गिल पर भी लगाए गए।
इस सभी आरोपों की प्रशासन व पुलिस के स्तर से जांच करायी गयी, जांच रिपोर्ट में प्रबंध समिति खासतौर पर प्रबंधक रमेश गिल पर लगाए गए आरोप निराधार पाए गए। उन्हें क्लीनचिट दी गयी। इसी प्रकार के कृत्यों के चलते प्रबंध समिति ने आरोप पत्र देकर प्रिंसिपल ज्योति त्यागी को निलंबित कर दिया।
प्रबंध समिति के आरोपों को किया खारिज
वहीं, दूसरी ओर प्रिंसिपल के पैरोकारों ने ज्योति त्यागी पर लगाए गए तमाम आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रबंध समिति कालातीत हो चुकी है। ऐसी में यहां पर बजाए अध्यक्ष व प्रबंधक के रिसीवर की तर्ज पर कोई व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि स्कूल का कामकाज ठीक चलता रहे।
प्रबंधक पर धर्मांतरण व अन्य जो आपत्तिजनक आरोप हैं उन पर पैरोकार कुछ कहना नहीं चाहते। उनका केवल इतना कहना था कि उक्त सभी मामलों की यदि सख्ती से जांच की जाए और प्रबंधक से सख्ती से पूछताछ की जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। यह मामला बेहद गंभीर है।
फाइल पर डीडीओ का फैसला कब?
चर्च सिटी प्रबंध समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि वह चर्च सिटी से संबंधित एक अन्य मामले को लेकर दो साल से जिला प्रशासन की परिक्रमा कर रहे हैं। करीब दो साल पहले उन्होंने तत्कालीन जिलाधिकारी से मिलकर तमाम जानकारियां दी थीं।
तमाम चीजें समझने के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी ने तत्कालीन सीडीओ और सीडीओ ने तत्कालीन डीडीओ को फाइल भेज दी। उक्त फाइल पर आज तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले वह डीडीओ से मिले भी थे और फाइल के निस्तारण का आग्रह किया था, लेकिन मामला अभी तक अटका है।
मामला करीब दो साल पुराना
डीडीओ अंबरीश शर्मा ने बताया कि चर्च सिटी स्कूल ठठेरवाड़ा के अध्यक्ष अनिल शर्मा तीन दिन पहले उनसे मिले थे। उन्होंने मामले से अवगत कराया था। अंबरीश शर्मा ने बताया कि यह मामला करीब दो साल पुराना है। उस समय के डीएम व डीडीओ का यहां से ट्रांसफर हो चुका है। वह कुछ दिन पूर्व ही यहां चार्ज लिए हैं। इस पत्रावली के अंतिम पेज पर वार्ता की आख्या अंकित है।
ये कहना है बीएसए का
बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने बताया कि चर्च सिटी ठठेरवाड़ा की प्रधानाचार्या ज्योति त्यागी के निलंबन पर आज अंतिम दिन है।
इस अवधि के बीतने के बाद ही वह कुछ निर्णय इस संबंध में ले सकेंगी।