जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज पति-पत्नी के आपसी प्रेम और समर्पण का महापर्व करवा चौथ है। करवा चौथ के दिन बिना कुछ खाए-पीए निर्जला व्रत रखने का महत्व होता है। सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु, सुखी जीवन, सौभाग्य और समृद्धि की कामना के लिए दिनभर उपवास रखते हुए रात के समय चंद्रमा के दर्शन कर व्रत तोड़ती हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। यह सुहागिनों के सबसे बड़े त्योहार में से एक है। सुहागिनों के लिए करवा चौथ व्रत का इंतजार सालभर रहता है। जिसमें महिलाएं इस दिन 16 श्रृंगार करके पूरे दिन पानी पीए रहती हैं। शाम को माता करवा की पूजा और कथा सुनती हैं फिर रात को चांद के निकलने पर अर्ध्य देते हुए पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ती हैं।
करवा चौथ 2022: तिथि और शुभ मुहूर्त
- तिथि: चतुर्थी
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- माह: कार्तिक
- दिन: गुरुवार
- करवा चौथ पूजा मुहूर्त: 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 05 बजकर 54 मिनट से 07 बजकर 03 मिनट तक
- अवधि: 1 घंटा 09 मिनट
- चंद्रोदय: 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 08 बजकर 09 मिनट पर
करवा चौथ 2022 शुभ योग और ग्रहों का संयोग
इस वर्ष करवा चौथ का त्योहार बहुत ही शुभ योग और कई ग्रहों के शुभ संयोग में मनाया जाएगा। 13 अक्तूबर, गुरुवार को करवा चौथ है। इस दिन गुरुवार रहेगा और सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा शुभ फल देने वाले गुरु ग्रह अपनी स्वयं की राशि में रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक ऐसा संयोग 46 वर्षों के बाद बन रहा है। इस तरह के इस बार करवा चौथ पर गुरु का प्रभाव सबसे ज्यादा रहेगा।
यह संयोग सुख-समृद्धि और वैभव में वृद्धि करने वाला होगा। इसी के साथ सुहागिन महिलाओं के अखंड सौभाग्य और सुख-सुविधा के लिए शुभ फलदायी रहने वाला है। इसके अलावा करवा चौथ पर चंद्रमा और बुध ग्रह उच्च राशि में विराजमान होंगे। गुरु-शनि भी अपनी राशि में जबकि मंगल स्वयं के नक्षत्र में होंगे। बुधादित्य और महालक्ष्मी योग करवा चौथ की पूजा को सफल और मंगलकारी बनाएंगे।
करवा चौथ पूजा सामग्री
करवा चौथ का त्योहार सुहागिन महिलाओं के बहुत खास होता है,जिसमें वह सोलह श्रृंगार करते हुए भगवान शिव माता पार्वती संग करवा माता की पूजा और कथा सुनी जाती है। आइए जानते हैं करवा चौथ की पूजा के लिए कौन-कौन सी पूजा सामग्री होनी चाहिए।
1.करवा 2. पूजा की थाली 3. छलनी 4.करवा माता का फोटो 5. सींक 6.जल 7. मिठाई 8.सुहाग की सभी चीजें 9.फूल- माला 10. दीपक 11.रोली 12.सिंदूर 13.मेहंदी 14. कलावा 15. चंदन 16. हल्दी 17. अगरबत्ती 18. नारियल 19. अक्षत 20. घी
करवा चौथ पूजा विधि
- करवा चौथ के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पति की लंबी आयु और परिवार के सभी सदस्यों के जीवन के सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ अखंड सौभाग्य का संकल्प लें।
- व्रत और पूजा का संकल्प लेने के बाद पूजा स्थल पर भगवान शिव,माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और गणेश की स्थापना करें। इसके बाद चौथ माता फोटो रखें और पूजा की जगह पर मिट्टी का करवा रखते हुए सभी देवी-देवताओं आवहन करते हुए पूजा करें।
- अब इसके बाद करवे में पानी भरे और उसमें सिक्का डालकर उसे लाल कपड़े से ढ़क दें।
- इसके बाद पूजा की थाली में सभी श्रृंगार की सामग्रियों को एकत्रित करके एक साथ सभी महिलाएं करवा माता की आरती और कथा सुने।
- जब शाम के समय चंद्रमा का उदय हो तो उनकी पूजा करें। चंद्रमा के दर्शन करते हुए उन्हें प्रणाम करेत हुए जल अर्पित करें। फिर चंदन,अक्षत,गुलाल, फल-फूल और मिठाई अर्पित करें।
- चंद्रदेव के दर्शन और पूजा के बाद पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत खोलेते हुए उनके चरण को स्पर्श करें और उनके माथे पर तिलक करें। इसके बाद अपनी सासू मां के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेते हुए करवा भेंट करें।
करवा चौथ पर कब निकलेगा चांद
नई दिल्ली को आधार मानते हुए 13 अक्तूबर 2022 को चांद रात के 08 बजकर 09 मिनट पर निकलेगा। हालांकि देश के अलग-अलग स्थानों पर चांद के निकलने में थोड़ा अंतर रहेगा।
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