जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/मोदीपुरम: एनएच-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर आगामी 15 फरवरी को फास्टैग रहित हो जाएगा। परिवहन मंत्रालय के आदेशानुसार टोल प्लाजा पर फास्टैग को लेकर तैयारियां चल रही है। हालांकि 75 प्रतिशत टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों पर फास्टैग लग चुके हैं।
अब 25 फीसदी ही ऐसे वाहन बचे। जिन पर फास्टैग नहीं है। उन वाहनों पर फास्टैग लगाने के लिए टोल प्लाजा प्रबंधन द्वारा गांव-गांव में कैंप भी लगाए जा रहे हैं। टोल प्लाजा के मैनेजर प्रदीप चौधरी ने बताया कि वाहनों पर फास्टैग लगाने के लिए प्लाजा द्वारा आठ काउंटर लगाए गए हैं। वाहनों को फास्टैग रहित करने के लिए कार्य तेजी के साथ चल रहा है।
परिवहन मंत्रालय ने जारी कर दी सूची
टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन फास्टैग रहित होने के बाद जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां तो कैटेगिरी के हिसाब से निकल जाएगी, लेकिन बिना जनप्रतिनिधि कैसे बिना फास्टैग के गाड़ी कैसे निकालेंगे। ये सवाल परेशानी खड़ा कर रहा है। अगर टोल प्रबंधन की माने तो उनका साफ कहना है कि परिवहन मंत्रालय द्वारा कैटेगिरी निर्धारित की गई। उसके मुताबिक ही छूट दी जाएगी।
ये हैं कैटेगिरी
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के जज, विधायक, सांसद समेत 34 कैटेगिरी में शामिल है। इन्हे ही परिवहन मंत्रालय द्वारा निशुल्क फास्टैग जारी करने की अनुमति दी गई है।
इस संबंध में टोल प्लाजा के मैनेजर प्रदीप चौधरी का कहना है कि 15 फरवरी तक सभी वाहनों को फास्टैग लगाना अनिवार्य होगा। क्योंकि परिवहन मंत्रालय द्वारा आदेश जारी किया गया है। जो लोग 34 कैटागिरी में आएगें। उन लोगों के लिए फास्टैग की प्रक्रिया उपलब्ध कराने के लिए कम से कम एक माह का समय लगेगा। इसके बाद उन लोगों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। सरकार के नियमों का पालन कराया जा रहा है।